कुर्सी हमेशा के लिए नहीं रहती, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर यशोधरा राजे सिंधिया का बड़ा बयान
यशोधरा राजे सिंधिया ने अपने बयान में यह भी कहा कि वे भाजपा के लिए चुनाव प्रचार नहीं करेंगी। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव प्रचार करना होता तो वह अपने लिए खुद प्रचार करतीं।

शिवपुरी। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का काउंडाउन शुरू हो गया है। एक तरफ बीजेपी सत्ता में बने रहने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस भी सत्ता वापसी की तैयारियों में जोर शोर से जुटी है। चुनाव को लेकर हो रहे तमाम ओपिनियन पोल्स में भाजपा पिछड़ती नजर आ रही है। इसी बीच अब मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने सीएम शिवराज का नाम लिए बगैर कहा कि कुर्सी हमेशा नहीं रहती।
यशोधरा राजे सिंधिया ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, 'सही बोले और कुर्सी किसी और की बन जाए, कोई और चेहरा आ जाए, यह भी एक दिशा दिखा देती है। कुर्सी हमेशा किसी की नहीं रहती।' यशोधरा राजे सिंधिया ने भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार करने से भी साफ इनकार कर दिया है। सिंधिया ने कहा कि मैं बहुत मेहनत करती हूँ और अगर आज चुनाव है तो चुनाव में भी मेहनत करनी पड़ती है, दौरे करने पड़ते हैं और दौरे मेरे से हो नहीं पा रहे थे?
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यशोधरा राजे सिंधिया ने अपने बयान में यह भी कहा कि अगर चुनाव प्रचार करना होता तो वह अपने लिए खुद प्रचार करती। वह अपने स्वास्थ्य के मद्देनजर चुनावी मैदान से बाहर हैं और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख रही हैं। उन्होंने कहा, 'मैं अम्मा महाराज के नैतिक मूल्यों पर चलने की कोशिश कर रही हूं। चौथी दफा कोरोना हो गया था, इसलिए चुनाव न लड़ने का फैसला अगस्त महीने में संगठन को बता दिया था। मेरा शरीर, मेरा साथ नहीं दे रहा था। इसलिए चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया है।'
एमपी चुनाव पर बड़ा बयान
— Piyush Babele||पीयूष बबेले (@BabelePiyush) November 1, 2023
कुर्सी किसी की नहीं होती। कुर्सी बदल जाती है: यशोधरा राजे सिंधिया pic.twitter.com/JDqFXxuKtp
यशोधरा राजे सिंधिया ने पिछले महीने विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र शिवपुरी के एक सभ में कहा था, ”कोरोना के चलते अब उतनी ताकत नहीं रही। अब नए लोगों को राह दिखाने का वक्त है जैसे अम्मा ने मुझे राह दिखाई वैसे ही अब मैं नए लोगों को रहा दिखाऊंगी।”
बता दें कि मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने सितंबर महीने में ही आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व को चिट्ठी लिखकर चुनाव नहीं लड़ने की बात कही थी। इसके पीछे की वजह उन्होंने खराब स्वास्थ्य का होना बताया था। यशोधरा राजे सिंधिया केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ और राजमाता की बेटी हैं। फिलहाल यशोधरा शिवपुरी विधानसभा सीट से विधायक हैं। सियासी जानकारों का मानना है की यशोधरा ने हवा का रुख भांप लिया है और इसीलिए उन्होंने पराजय की बजाए रण छोड़ देने में ही भलाई समझी।