भोपाल में सांसों का संकट, दिल्ली जैसे बने हालात, कई इलाकों में AQI 300 पार

सेटेलाइट से मिले आंकड़ों के अनुसार, 8 नवंबर को मप्र के 21 जिलों में पराली जलाने की 474 घटनाएं हुईं। भोपाल में भी 4 घटनाएं रिकॉर्ड हुईं।

Updated: Nov 10, 2024, 12:35 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी दिल्ली जैसा वायु प्रदूषण देखने को मिल रहा है। यहां कई इलाकों में AQI 300 के पार चला गया है। शहर के चारों ओर खेतों में जल रही पराली के कारण पीएम 2.5 के कण बढ़ गए हैं।

शनिवार को भोपाल के टीटी नगर इलाके में एक्यूआई 317, अरेरा कॉलोनी में 323 और पुराने शहर 302 दर्ज किया गया। यही स्थिति राजधानी भोपाल के कई इलाकों की बनी हुई है। शहर का औसत एक्यूआई 8 नवंबर को यह 264 और शनिवार को 275 रिकॉर्ड हुआ। यह स्थिति पुअर श्रेणी में आती है। लंबे समय तक ऐसी स्थिति रहने पर सांस संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। 

मध्य प्रदेश कृषि अभियांत्रिकी विभाग के अनुसार, फसल कटने के बाद खेतों में बची पराली को किसान जलाते हैं। इस पर रोक लगाने के लिए इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट के कंसोर्टियम फॉर रिसर्च ऑन एग्रोईकोसिस्टम मॉनिटरिंग एंड मॉडलिंग फ्रॉम स्पेस द्वारा निगरानी की जाती है।

सैटेलाइट के माध्यम से पराली जलाने की लोकेशन, जैसे अक्षांतर, देशांतर, गांव, तहसील और जिला की जानकारी रिकॉर्ड की जाती है। रोजाना सैटेलाइट डेटा को जिलेवार कलेक्टरों को भेजा जाता है, ताकि पराली जलाने की घटनाओं पर प्रभावी निगरानी और नियंत्रण किया जा सके।

सेटेलाइट से मिले आंकड़ों के अनुसार, 8 नवंबर को मप्र के 21 जिलों में पराली जलाने की 474 घटनाएं हुईं। इनमें से सबसे अधिक मामले श्योपुर में 161 और होशंगाबाद 79 में दर्ज किए गए। भोपाल में भी 4 घटनाएं रिकॉर्ड हुईं।