सवालों की राजनीति शुरू कर फंसे सीएम शिवराज, कांग्रेस के जवाबी हमलों से बुरी तरह घिरे

कमलनाथ ने कहा कि लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाकर गद्दी पर बैठे शिवराज सिंह चौहान जब कागज की पर्चियां लेकर मुझसे सवाल करते हैं तो मध्य प्रदेश की जनता हंसती है कि देखो, 18 साल से कुर्सी पर बैठा मुख्यमंत्री जिम्मेदारी से भाग रहा है।

Updated: Feb 02, 2023, 04:55 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं, जिसे लेकर दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस और बीजेपी तैयारियों में जुटी हुई है। चुनावी माहौल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पिछले कई दिनों से पीसीसी चीफ कमलनाथ से सवाल पूछ रहे हैं। लेकिन इस सवालों की राजनीति के चक्कर में सीएम शिवराज खुद घिरते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस ने जवाबी हमला करते हुए कहा कि सवाल की आड़ में 18 सालों का जंगलराज नहीं छिपेगा। जनता जवाब माँग रही है, अब किसी ड्रामे से सिंहासन नहीं बचेगा।

मध्य प्रदेश कांग्रेस ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें कहा गया है, "प्रपंच की बारिश तो देखिए जो सवालों के घेरे में हैं वो सवाल पूछ रहे हैं। 18 साल से प्रदेश को लूटने वाले 15 महीने का हिसाब मांग रहे हैं। जिन्होंने प्रदेश पर तीन लाख करोड़ का कर्ज चढ़ा दिया, हर किसान को 74 हजार रुपए का कर्जदार बना दिया, बेटियों से बलात्कार के मामले में प्रदेश को अव्वल कर दिया। आदिवासियों पर अत्याचार, दलितों के साथ दुर्व्यवहार में नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया। लाखों पढ़े लिखों को बेरोजगार कर दिया। सरकारी नौकरी में जीवन खपाने वालों को पेंशन विहीन कर दिया। गरीबों को सस्ती बिजली से वंचित कर दिया। अरे मामा शिवराज 15 माह का हिसाब तो जनता जानती है, पहले 18 साल का हिसाब तो बता दो।"

इससे पहले कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाकर गद्दी पर बैठे शिवराज सिंह चौहान जब कागज की पर्चियां लेकर मुझसे सवाल करते हैं तो मध्य प्रदेश की जनता हंसती है कि देखो, 18 साल से कुर्सी पर बैठा मुख्यमंत्री जिम्मेदारी से भाग रहा है। 

कमलनाथ ने ट्वीट किया, "शिवराज जी आप मध्य प्रदेश की जनता के सवालों से भाग नहीं सकते, आपने दृष्टि पत्र में घोषणा की थी कि किसी भी अप्रत्याशित नुकसान पर किसानों को अविलंब मुआवजा देने के लिए व्यवस्था की जाएगी। क्या आप ने किसानों को अविलंब मुआवजा दिया? 2020 में कीट व्याधि और बाढ़ से हुए नुकसान के मुआवजे की तीसरी किस्त आज तक किसानों को क्यों नहीं मिली?" दरअसल, सीएम शिवराज इस मुद्दे पर बात नहीं करना चाहते कि आखिर 18 साल के उनके शासन के बाद वर्तमान में प्रदेश की स्थितियां क्या हैं, मगर वह उल्टा विपक्ष से सवाल जरूर पूछ रहे हैं और खुद ही घिरते जा रहे हैं।