मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में युद्धस्तर पर जुटी कांग्रेस, वोटर लिस्ट चेक करने पोलिंग बूथ पहुंचे दिग्विजय सिंह

मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह जागरूक मतदाता का परिचय देते हुए शनिवार को अचानक उस मतदान केंद्र पर पहुंचे जहां वे वोट डालते हैं।

Updated: Aug 05, 2023, 10:29 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में युद्ध स्तर पर जुटी हुई है। कांग्रेस प्रदेशभर में मतदाता सूची का शुद्धिकरण अभियान चला रही है। इसके तहत अगस्त माह में सभी विधानसभा क्षेत्रों के बूथ स्तर कार्यकर्ता नए मतदाताओं का पंजीयन कराएंगे साथ ही बोगस मतदाताओं के नाम पर आपत्ति दर्ज कराएंगे। इसी क्रम में शनिवार को स्वयं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पोलिंग बूथ पर पहुंचे और वोटर लिस्ट में अपना नाम चेक किया।

दरअसल, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग 2 अगस्त से 31 अगस्त तक पुनरीक्षित मतदाता सूची के लिए विशेष अभियान चला रहा है। इस अभियान के तहत मतदाताओं के नाम जोड़ने काटने की प्रक्रिया चल रही है। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह शनिवार को जागरूक मतदाता का परिचय देते हुए अचानक उस मतदान केंद्र पर पहुंचे जहां वे वोट डालते हैं।

भोपाल की दक्षिण पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के बूथ क्रमांक 113 पर पहुंचकर दिग्विजय सिंह ने बीएलओ से चर्चा की और वोटर लिस्ट मांग कर मतदाता सूची में अपना नाम चेक किया। दिग्विजय सिंह ने मतदान केंद्र पर मौजूद बूथ लेवल ऑफिसर बीएलओ से पूछा वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने वाला फॉर्म है क्या आपके पास? इस दौरान बीएलओ ने उन्हें मतदाता सूची में नाम जोड़ने वाला फॉर्म दिया।

बता दें कि पूर्व सीएम ने इससे पहले ट्वीट कर कार्यकर्ताओं से किया था कि वे पोलिंग बूथ पर जाकर वोटर लिस्ट का वेरिफिकेशन करें। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने प्रदेशभर के मतदाताओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध भी किया कि वे अपने मतदान केंद्र पर जाकर बीएलओ से मिलें और वोटर लिस्ट में जो फर्जी नाम जुड़े हो उन्हें कटवाएं।

पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भी पार्टी कार्यकर्ताओं से इस कार्य में तेजी से जुट जाने का आह्वान किया है। कमलनाथ ने कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के नाम एक पत्र लिखकर कहा है कि, 'वर्ष 2023 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर माह अगस्त 2023 अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इसमें मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य 2 अगस्त से शुरू हो चुका है। यह अंतिम पुनरीक्षण कार्यक्रम है जो 31 अगस्त तक चलेगा। उसके बाद कोई भी दावा या आपत्ति नहीं सुनी जाएगी। सभी कार्यकर्ता अपने-अपने बूथ की मतदाता सूचियों की जांच कर अपात्र (बोगस) मतदाताओं के पंजीयन पर आपत्ति अवश्य दर्ज कराएं। इससे विरोधी दल के बोगस (फर्जी) मतदान कराने के मंसूबे सफल नहीं हो पाएंगे।'