पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन, CM हाउस जा रहे कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने चलाया वॉटर कैनन

शनिवार को भोपाल में बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता CM हाउस का घेराव करने के लिए निकले थे। पुलिस ने उन्हें रोककर न सिर्फ वॉटर कैनन चलाया बल्कि लाठीचार्ज भी की।

Updated: Jul 15, 2023, 03:28 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। प्रदेशभर के लाखों अभ्यर्थियों ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अब कांग्रेस भी इस फर्जीवाड़े के विरुद्ध खुलकर मैदान में आ गई है। शनिवार को राजधानी भोपाल में कांग्रेस का बड़ा प्रदर्शन देखने को मिला। इस दौरान पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज भी की।

शनिवार दोपहर कांग्रेस के सीनियर विधायक पीसी शर्मा व नवनियुक्त जिलाध्यक्ष मोनू सक्सेना के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता रोशनपुरा चौराहे पर जुटे। यहां से वे भारतीय जनता पार्टी और कर्मचारी चयन मंडल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सीएम हाउस की ओर बढ़े। हालांकि, रास्ते में ही पुलिस ने बाणगंगा चौराहा पर बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया। 

इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोड़कर जब आगे बढ़ने की कोशिश की, तो पुलिस ने वॉटर कैनन चलाकर उन्हें रोका साथ ही लाठीचार्ज भी की गई। मामले पर कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा, 'हम CBI जांच की मांग कर रहे हैं। सरकारी हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है। पुलिस को भेजकर लाठीचार्ज कराया गया। पुलिस ने लाठीचार्ज और वॉटर कैनन से भगदड़ मचाई। कांग्रेस अध्यक्ष मोनू सक्सेना को गंभीर चोट आई है। महक राणा को भी काफी चोट लगी है। 25 से 50 कार्यकर्ता घायल हुए हैं।'

शर्मा ने आगे कहा, 'हम शांतिपूर्ण तरीके से जा रहे थे। ज्ञापन देना चाहते थे। यह अत्याचार है। लोकतंत्र की हत्या है। कांग्रेस डरने वाली नहीं है। हम लगातार जांच की मांग करते हुए लड़ाई लड़ते रहेंगे।' बता दें कि मोनू सक्सेना ने आज ही भोपाल जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद की शपथ ली है। उनकी आंख के नीचे चोट आई है।
वहीं, एडीशनल DCP राजेश सिंह भदौरिया ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने प्रदर्शन की अनुमति नहीं ली थी। भदौरिया ने लाठीचार्ज की बात से इनकार करते हुए कहा कि बैरिकेड से गिरने के कारण सभी घायल हुए हैं।