MPPSC की मनमानी के खिलाफ अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, 4 सूत्रीय मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के बाहर लगभग 1 घंटे तक जमकर एमपीपीएससी स्टूडेंट्स ने नारेबाजी की और ज्ञापन सौंपा।

Updated: Feb 05, 2024, 05:25 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की मनमानी के खिलाफ अभ्यर्थियों ने मोर्चा खोल दिया है। इंदौर में सोमवार को स्टूडेंट्स ने MPPSC ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। स्टूडेंट्स काफी आक्रोशित थे और उनका कहना है कि शासन हमारी सुनवाई नहीं कर रहा है। ऐसे में हमारा भविष्य अधर में है।

सोमवार दोपहर को काफी संख्या में स्टूडेंट्स आयोग के ऑफिस पहुंचे और तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया। स्टूडेंट्स आकाश बादल ने बताया कि 2023 की प्री परीक्षा के परिणाम के बाद सिर्फ 45 दिनों का समय क्यों दिया जा रहा है। इसके पहले 2019, 2020, 2021 और 2022 की परीक्षा में छह से आठ माह का समय दिया गया था। इस बार इतने कम समय में कैसी तैयारी करें। हमें कम से कम तीन माह का समय तैयारियों के लिए दिया जाए।

अभ्यर्थियों ने प्रदेश लोक सेवा आयोग को एक लिखित ज्ञापन भी सौंपा। इसमें चार मांगे हैं। जिसमें पहली मांग 13% रोके गए 2019-20 के रिजल्ट को जारी करने की। दूसरी मांग 2023 में मांस की तारीख बढ़ाने को लेकर और तीसरी मांग 2024 में 60 पदों की जगह 500 पदों पर भर्ती करने की। अभ्यर्थियों का कहना है अगर मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग हमारी मांगों को पूरा नहीं करता है तो आने वाले समय में एमपीपीएससी के स्टूडेंट बड़ी संख्या में पहुंचकर आंदोलन करेंगे।