मिशन निमाड़ पर दिग्विजय सिंह, बुरहानपुर में मंडलम सेक्टर अध्यक्षों को सिखाए चुनाव प्रबंधन के गुर

निमाड़ क्षेत्र में कांग्रेस का विजय पताका फहराने के लिए दिग्विजय सिंह ने संभाला मोर्चा, बुरहानपुर, पंधाना, खंडवा समेत अन्य विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं से करेंगे सीधा संवाद

Updated: May 24, 2023, 03:03 PM IST

बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह मालवा के बाद अब निमाड़ क्षेत्र के दौरे पर हैं। सिंह का यह दौरा निमाड़ फतह के लिए कांग्रेस की विशेष रणनीति का हिस्सा है। इस दौरे के दौरान पूर्व सीएम पार्टी कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद कर रहे हैं और उनके सुझावों को नोट कर रहे हैं। इसी क्रम में सिंह ने बुधवार को बुरहानपुर में मंडलम-सेक्टर अध्यक्षों की बैठक ली और उन्हें चुनाव प्रबंधन का गुर सिखाया।

दिग्विजय सिंह मंगलवार देर रात करीब एक बजे बुरहानपुर पहुंचे। रात्रि विश्राम के बाद सुबह करीब दस बजे उन्होंने प्रेसवार्ता को संबोधित किया। इसके बाद उन्होंने मंडलम, सेक्टर, महिला कांग्रेस, यूथ कांग्रेस, सेवादल, किसान कांग्रेस, एनएसयूआई समेत कांग्रेस समर्थित जनप्रतिनिधियों से चर्चा की। दोपहर बाद वे खंडवा जिले के पंधाना के लिए रवाना हुए। यहां भी वह मंडलम, सेक्टर, महिला कांग्रेस, यूथ कांग्रेस, सेवादल, किसान कांग्रेस, एनएसयूआई समेत कांग्रेस समर्थित जनप्रतिनिधियों से चर्चा करेंगे।

तय कार्यक्रम के अनुसार पंधाना में बैठक समाप्त होने के बाद सिंह खालवा के लिए रवाना होंगे। वे खालवा में ही रात्रि विश्राम करेंगे और गुरुवार को मंडलम सेक्टर अध्यक्षों की बैठक लेंगे। गुरुवार शाम सिंह नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे। जानकारी के मुताबिक पूर्व सीएम सड़क मार्ग से इंदौर आएंगे और यहां से फ्लाइट से दिल्ली जाएंगे। दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के सीनियर नेताओं की बैठक बुलाई हैं। इसमें पीसीसी चीफ कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिय, सुरेश पचौरी व अन्य शामिल होंगे। 

बैठक के बाद शुक्रवार शाम ही दिग्विजय सिंह दिल्ली से इंदौर लौटेंगे और वापस खंडवा आएंगे। खंडवा में रात्रि विश्राम करके शनिवार को मंडलम सेक्टर अध्यक्षों की बैठक लेंगे। इस दौरान पूर्व सीएम कार्यकर्ताओं को पार्टी में एकजुटता का संदेश देकर आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाएंगे। दरअसल, मध्यप्रदेश में चुनावी जमावट को मजबूत करने के साथ समीकरणों को तैयार करने के लिए दिग्विजय प्रदेशभर में बैठक ले रहे हैं। सिंह अब तक 40 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं।

बता दें कि मालवा-निमाड़ को प्रदेश की सत्ता की चाबी कहा जाता है। जिस पार्टी को यहां कामयाबी मिलती है, प्रदेश की सत्ता पर उसी का राजतिलक होता है। पिछले पांच विधानसभा चुनावों के नतीजे यही कहते हैं। ऐसे में सिंह का मालवा क्षेत्र के बाद निमाड़ का दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। सियासी जानकारों की मानें तो साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार की सबसे बड़ी वजह मालवा-निमाड़ ही रहा था। क्योंकि यहां की 66 सीटों में से सबसे अधिक 35 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। वहीं, बीजेपी को महज 28 सीटों से संतोष करना पड़ा था और कांग्रेस 15 साल बाद प्रदेश की सत्ता वापसी में सफल रही थी।