MP विधानसभा में जंगल सत्याग्रह फिल्म का प्रीमियर, दिग्विजय सिंह ने CM और वीडी शर्मा समेत BJP नेताओं को भेजा आमंत्रण

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने विधानसभा में रखा फिल्म "जंगल सत्याग्रह" का प्रीमियर शो, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, सभी दलों के MLAs और MPs को भेजा गया आमंत्रण

Updated: Jan 09, 2025, 05:49 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के बैतूल के जंगलों में साल 1930 के दौरान हुए जंगल सत्याग्रह की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म जंगल सत्याग्रह का 13 जनवरी को भोपाल में प्रीमियर का आयोजन किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने विधानसभा के ऑडिटोरियम में इस फिल्म का प्रीमियर शो रखा है। सिंह ने फिल्म देखने के लिए राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री मोहन यादव, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कमलनाथ, उमा भारती समेत तमाम नेताओं को आमंत्रण भिजवाया है।

जानकारी के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह विगत दिनों सीएम मोहन यादव को फिल्म देखने का आमंत्रण देने स्वयं गए थे। वहीं, सिंह के कार्यालय द्वारा सभी दलों के वर्तमान व पूर्व विधायक-सांसदों से संपर्क कर उन्हें स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित इस फिल्म को देखने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।

दिग्विजय सिंह द्वारा भेजे गए आमंत्रण पत्र में लिखा है कि आजादी के संग्राम के दौरान जिन आंदोलनों ने देश में स्वतंत्रता की अलख जगाई थी, उनमें से एक बहुचर्चित आंदोलन था "जंगल सत्याग्रह"। मध्य प्रदेश के बैतूल के आदिवासियों ने अंग्रेजों के खिलाफ 1930 में विद्रोह का बिगुल फूंक दिया था। मध्य प्रदेश के आदिवासी नायक सरदार गंजन सिंह कोरकू, सरदार विष्णु सिंह गोंड, ठाकुर मोहकम सिंह, रामजी कोरकू और जुगरू गोंड ने 1930 में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जल, जंगल और ज़मीन के लिए किये गए संघर्ष को फिल्म में दिखाया गया है।

सिंह ने आमंत्रण पत्र में आगे लिखा है कि इस सत्याग्रह पर आधारित एक फिल्म "जंगल सत्याग्रह" का निर्माण बैतूल के स्थानीय कलाकारों ने किया है। जिसका प्रदर्शन आगामी 13 जनवरी 2025 को विधानसभा ऑडिटोरियम में रखा गया है। कृपया कार्यक्रम में उपस्थित होकर कलाकारों की हौसला अफ़ज़ाई करने का कष्ट करें। 

बता दें कि मध्य प्रदेश का जंगल सत्याग्रह वर्ष 1930 में घोड़ाडोगरी क्षेत्र में आदिवासियों ने प्रारम्भ किया। जंगल सत्याग्रह महात्मा गांधी द्वारा प्रारंभ किए गए नमक सत्याग्रह से प्रेरित था। इसका नेतृत्व डीपी मिश्रा, लाला वाजपेयी आदि नेताओं ने किया था। यह आंदोलन बैतूल, बंजारी, ढाल, छिंदवाड़ा, ओरछा, सिवनी, टूरिया, घुनघटी और हरदा के जंगलों में व्यापक रूप से हुआ था।

खास बात ये है कि इस फिल्म में पूर्व पीएचई मंत्री सुखदेव पांसे, कांग्रेस विधायक धरमू सिंह ने भी भूमिका अदा की है। पूर्व मंत्री पांसे इसमें बिहारीलाल पटेल की भूमिका में नजर आए तो धरमू सिंह स्वतंत्रता सेनानी मोहकम सिंह के पिता की भूमिका में हैं।