सड़क पर दौड़ती स्कूल वैन में ड्राइवर को आया हार्ट अटैक, मरणासन्न स्थिति में भी बच्चों को बचाया

भोपाल में शुक्रवार को स्कूली बच्चों से भरी एक वैन के ड्राइवर को हार्ट अटैक आ गया, हालांकि मौत से पहले ड्राइवर ने बस को किनारे पार्क कर कोई हादसा होने से वैन को बचा लिया।

Updated: Jan 06, 2024, 08:56 AM IST

भोपाल। देशभर में पिछले कुछ वर्षों में हार्ट अटैक के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई है। स्थिति यह है कि पूर्णत: स्व्स्थ नौजवान भी हार्ट अटैक की चपेट में आकर जिंदगी गंवा दे रहे हैं। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां बच्चों से भरी एक स्कूल वैन के ड्राइवर की हार्ट अटैक से मौत हो गई। गनीमत ये रही की मरणासन्न स्थिति में भी ड्राइवर ने वैन को पार्क कर बच्चों को किसी दुर्घटना होने से बचाया।

तलैया थाने के हेड कांस्टेबल चंद्रकांत शर्मा ने बताया कि 27 वर्षीय सुनील साहू नई बस्ती टीला जमालपुरा में रहता था और स्कूल वैन चलाता था। शुक्रवार सुबह वह बिलाबॉन्ग स्कूल के बच्चों को लेकर जा रहा था। रेतघाट के पास अचानक उसके सीने में दर्द उठा तो उसने दूसरे वैन चालक को फोन करके बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए कहा। उसके बाद तलैया चौकी के सामने चाय की दुकान के पास सड़क किनारे वैन खड़ी कर दी।

इधर सूचना मिलते ही साथी वैन चालक मौके पर पहुंचे तो सुनील ड्राइविंग सीट पर बेसुध हालत में मिला। उसने स्टियरिंग पर अपना सिर रखा था। सुनील को आनन-फानन में हमीदिया अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया। परिजनों के अनुरोध पर बगैर पोस्ट मार्टम के ही पुलिस ने उन्हें सुनील का शव सौंप दिया।

मृतक के बड़े भाई सतीश साहू के मुताबिक सुनील साहू नई बस्ती टीला जमालपुरा में रहता था। वह अपनी वैन से स्कूल के बच्चों को लाने-ले जाने का काम करता था। शुक्रवार सुबह घर से चाय पीकर बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए निकला था। रेत घाट से गुजरते समय अचानक उसे हार्ट अटैक आया। जिससे उसकी मौत हो गई। जबकि उसे स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या नहीं थी। सुनील की शादी 7 साल पहले बैरसिया निवासी रेखा से हुई थी। दोनों की 6 साल की बेटी परी है।