पहले लड़े थे गोरों से, अब लड़ेंगे 50 फीसदी कमीशनखोरों से, FIR दर्ज होने पर बोले अरुण यादव

50 फीसदी कमीशन मामले में इंदौर के संयोगितागंज थाने में कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी, पीसीसी चीफ कमलनाथ और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।

Updated: Aug 13, 2023, 09:39 AM IST

इंदौर/भोपाल। मध्य प्रदेश में 50 फीसदी कमीशनखोरी का आरोप झेल रही शिवराज सरकार ने अब आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है। 50 फीसदी कमीशन मामले में प्रदेशभर में कांग्रेस नेताओं के विरुद्ध मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। इसकी शुरुआत इंदौर से हुई है। यहां संयोगितागंज थाने में कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी, पीसीसी चीफ कमलनाथ और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।

कांग्रेस नेताओं द्वारा 50 फीसदी कमीशनखोरी के आरोपों के बाद बीजेपी विधि प्रकोष्ठ के नेता निमेश पाठक ने बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ संयोगितागंज थाने पहुंचकर शिकायत की थी। इसमें प्रियंका गांधी, कमलनाथ और अरुण यादव पर अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक पत्र के जरिए भ्रामक ट्वीट करने का आरोप लगाया गया है। ये कहा गया कि कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी की छवि धूमिल करने का काम किया है। जिसके बाद देर रात संयोगितागंज थाने में धारा 420, 469 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।

एफआईआर दर्ज होने के बाद कांग्रेस नेता अरुण यादव ने कहा कि पहले लड़े थे गोरों से अब लड़ेंगे कमीशनखोरों से। अरुण यादव ने ट्वीट किया, 'जब कांग्रेस पार्टी के नेता अंग्रेजों की फांसियों से नहीं डरे तो उनके तलवे चांटने वाली विचारधारा की एफआईआर से भी नहीं डरने वाले, हमारे नेता राहुल गांधी जी कहते है "डरो मत"।।पहले लड़ें थे गोरों से, अब लड़ेंगें 50 फीसदी कमीशनखोरों से।'

सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता व कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने मध्य प्रदेश पुलिस पर पक्षपात करने के आरोप लगाए हैं। तन्खा ने ट्वीट किया, 'मप्र पुलिस पक्षपात के आरोप से बचे। पुलिस ने बिना तफ़तीश के प्रियंका गांधी, कमलनाथ और अरुण यादव पर इंदौर एवं अन्य थानो में FIR दर्ज कर के राजनीतिक पक्षपात का परिचय दिया। भ्रष्ट पर कार्रवाई करिये। भ्रष्ट से लड़िये सूत्र से नहीं।'

रिपोर्ट्स के मुताबिक मामले में भोपाल क्राइम ब्रांच ने भी देर रात एफआईआर दर्ज कर ली। भोपाल क्राइम ब्रांच ने आइपीसी की धारा 469, 500, 501 के तहत मामला दर्ज किया है। डीसीपी क्राइम श्रुत्कीर्ति सोमवंशी ने इसकी पुष्टि की। शनिवार दोपहर ही बीजेपी नेताओं ने भोपाल क्राइम ब्रांच में कांग्रेस नेताओं की शिकायत की थी।

दरअसल, सोशल मीडिया पर ठेकेदार संघ का एक पत्र वायरल हो रहा है। इसमें लिखा है कि, '50 प्रतिशत कमीशन देने पर ही ठेकेदारों को भुगतान मिलता है। सरकार में कोई सुनने वाला नहीं है। विभाग में दलाल इस कदर सक्रिय हैं कि 50 प्रतिशत कमीशन लेकर भुगतान करा रहे हैं। मूल ठेकेदार हमें निविदा में स्वीकृत राशि का मात्र 40 प्रतिशत हिस्सा देकर कार्य कराते हैं। कुल स्वीकृत राशि में से 50 प्रतिशत राशि कमीशन के तौर पर बंट जाती है। 10 प्रतिशत मूल ठेकेदार रखते हैं। ऐसे में पेटी कॉन्ट्रैक्टर का जीवन नारकीय हो गया है।' पत्र वायरल होने के बाद से कांग्रेस राज्य सरकार पर हमलावर है। अब पत्र के आधार पर शिवराज सरकार को घेरने वाले नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जा रहा है।