महादेव एप पर ED का एक्शन, भोपाल समेत कई ठिकानों पर छापेमारी में जब्त किए 417 करोड़ रुपए
भोपाल, कोलकाता और मुंबई में ED ने महादेव ऐप के कई ठिकानों पर छापेमारी की है, जहां से ED को कई दस्तावेज और भारी मात्रा में रुपए और सोने के आभूषण मिले हैं।

ऑनलाइन सट्टेबाजी कराने वाले महादेव एप पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। इस एप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क के खिलाफ ED ने भोपाल, मुंबई और कोलकाता में छापेमारी की। इस कार्रवाई में करीब 417 करोड़ रुपये की राशि को फ्रीज कर दिया गया है। टीम को बड़ी मात्रा में कई आपत्तिजनक सबूत भी टीम मिले हैं। इन सबूत के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। ED के अधिकारिक एक्स हैंडल से इसकी जानकारी दी गई है।
ED has conducted searches against the money laundering networks linked with Mahadev APP in cities like Kolkata, Bhopal, Mumbai etc and retrieved large amount of incriminating evidences and has frozen/seized proceeds of crime worth Rs 417 Crore. pic.twitter.com/GXHWCmKOuY
— ED (@dir_ed) September 15, 2023
ईडी के अधिकारियों के अनुसार सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल दुबई में बैठकर महादेव ऐप को चलाते हैं। नए यूजर्स को जोड़ने के लिए वे ऐप और वेबसाइट के प्रचार के लिए भारत में भी बड़े पैमाने पर पैसा खर्च कर रहे हैं। इस एप के लिए सिनेमा जगत के कई बड़े चेहरे भी विज्ञापन करते हैं। यह दोनों अरोपी फिलहाल विदेश में बैठे हुए हैं।
सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के खिलाफ छत्तीसगढ़ में एक कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी भी किया है। वारंट जारी होने के साथ ही दोनों को लाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। ईडी ने इन दोनों की गिरफ्तारी के लिए विदेश और गृह मंत्रालय समेत झारखंड, तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, एमपी और महाराष्ट्र के अलावा अन्य राज्यों को जानकारी भेजी है।
बता दें महादेव ऐप कार्ड गेम, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस और फुटबॉल जैसे विभिन्न लाइव गेम के जरिए अवैध सट्टेबाजी कराता था। सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बन चुके महादेव एप के खिलाफ कई राज्यों में शिकायतें दर्ज हैं। इस एप के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी दर्ज है। छत्तीसगढ़ के भिलाई में रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव ऑनलाइन बुक के मुख्य प्रमोटर हैं। वे इसका दुबई से इसका संचालन करते हैं। बताया जा रहा है कि इसके तार भारत समेत नेपाल, बांग्लादेश और कई अन्य देशों से जुड़े हो सकते हैं।