निवाड़ी में दंडवत करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे किसान, तालाब निर्माण में डूबी 15 एकड़ जमीन
निवाड़ी के ग्राम पंचायत बिरोरा खेत में स्थानीय किसानों ने सड़क पर दंडवत करते दिखाई दिए। गांव में अमृत सरोवर योजना के तहत बनाई गई तालाब से किसानों की 15 एकड़ जमीन डूब गई। जिससे किसानों में बेहद हताशा है। इनसे इनकी कमाई पर भीषण संकट खड़ा हो गया है।

निवाड़ी। जिले के ग्राम पंचायत बिरोरा खेत में स्थानीय किसानों ने सड़क पर दंडवत करते दिखाई दिए। गांव में अमृत सरोवर योजना के तहत बनाई गई तालाब से किसानों की 15 एकड़ जमीन डूब गई। जिससे किसानों में बेहद हताशा है। इनसे इनकी कमाई पर भीषण संकट खड़ा हो गया है। कलेक्टर पहुंचकर किसानों ने कलेक्टर से तालाब निर्माण को तत्काल निरस्त कर जमीन को हुए नुकसान के मुआवजे के लिए मांग की है।
मंगलवार को जनसुनवाई में शामिल होने के लिए किसानों ने गांव से सड़क के रास्ते दंड भरते हुए पहुंचे। यहां उन्होंने अधिकारियों से अपनी परेशानी साझा की। जिसमें गांव में तालाब निर्माण कार्य को निरस्त कराने सहित नुकसान पूर्ति की मांग की है। इससे पहले गांव के किसानों ने तालाब निर्माण के समय ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत और जिला पंचायत को निर्माण रोकने कार्य रोकने के लिए आवेदन भी दिया था। इसके बावजूद किसी भी अफसर ने उनकी एक बात नहीं सुनी। जिससे किसानों की समस्या बढ़ती गई।
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सरपंच ज्ञान सिंह के निर्देश पर बनाए गए तालाब में ग्रामीण चिंतामणि लुहार, कुलदीप विश्वकर्मा और दशरथ सिंह समेत कई किसानों की करीब 15 एकड़ उपजाऊ जमीन डूब गई थी। जिसके बाद से ग्रामीण किसानों की ओर से मुआवजे के लिए लंबे समय मांग की जा रही है। इस दौरान कलेक्ट्रेट में पहुंचे लोग अपनी मांगो को लेकर जमीन पर बैठ गुहार लगाते नजर आए।