नोटबंदी का असर: इंदौर के पेट्रोल पम्पों पर पांच गुना बढ़ गई दो हजार रूपए के नोटों की आवक

इंदौर पेट्रोल-पम्प डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि ईंधन भरवाने के भुगतान के लिए ग्राहकों की ओर से हमें 2000 के नोट दिए जा रहे हैं। भले ही तेल 100 का भरवाएं या 200 का।

Updated: May 22, 2023, 04:04 PM IST

इंदौर। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2,000 रुपये के नोट को चलन से वापस लेने की घोषणा का असर पूरे देश में देखने को मिल रहा है। कई महानगरों में सोने की कीमतों में तीन हजार रुपए तक की वृद्धि दर्ज की गई है। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के पेट्रोल पम्पों पर ग्राहकों की ओर से इस मूल्य वर्ग के नोटों में भुगतान कम से कम पांच गुना बढ़ गया है।

इंदौर पेट्रोल-पम्प डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह वासु ने कहा, ‘‘पेट्रोल पम्प पर ईंधन भरवाने के भुगतान के लिए ग्राहकों की ओर से हमें दिए जाने वाले दो हजार रूपए के नोटों की आवक पहले के मुकाबले कम से कम पांच गुना बढ़ गई है। लेकिन यह हमारे लिए किसी चिंता का सबब नहीं है क्योंकि बैंकों में इन नोटों को आसानी से बदला जा सकता है।"

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वासु ने बताया कि कुछ ग्राहक ऐसे भी हैं जो अपने दोपहिया वाहन में केवल 100 रुपये का ईंधन भरवाने के बदले पेट्रोल पम्प संचालकों को 2,000 रुपये के नोट से भुगतान कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "चूंकि इन दिनों ज्यादातर ग्राहकों द्वारा ऑनलाइन भुगतान किया जाता है, इसलिए पेट्रोल पम्पों पर खुल्ले पैसों की खास समस्या नहीं है।" वासु ने बताया कि इंदौर जिले में 275 पेट्रोल पम्प हैं।

गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने 2,000 रुपये का नोट चलन से वापस लेने की घोषणा 19 मई को की थी। 30 सितंबर, 2023 तक इसे बैंकों में जमा कराना होगा। 2016 में नोटबंदी के बाद इस नोट को पेश किया गया था। तब एक्सपर्ट्स ने इसे लेकर चेतावनी भी जारी की थी। हालांकि, सरकार ने एक नही सुना। अब छह साल बाद केंद्र सरकार को आखिरकार बैकफुट पर आना पड़ा।