बच्चा पढ़ेगा नहीं तो सवाल भी नहीं करेगा, MP के बदहाल स्कूलों को लेकर विधायक पीसी शर्मा ने जताई चिंता

एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश के 52 फीसदी बच्चे ऐसे हैं, जो अक्षरों को नहीं पहचान पाते हैं। वहीं 89 फ़ीसदी बच्चे सही ढंग से शब्द नहीं पढ़ पाते हैं।

Updated: Dec 12, 2022, 05:38 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में स्कूली बच्चों को लेकर सामने आए आंकड़ों ने राज्य की बदहाल शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने बदहाल स्कूलों को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि बच्चा पढ़ेगा नहीं तो सवाल भी नहीं करेगा। शर्मा ने आरोप लगाया कि एक साजिश के तहत ऐसा किया जा 

दरअसल, मध्य प्रदेश में राज्य शिक्षा केंद्र के सर्वे में स्कूली शिक्षा के स्तर के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के 52 फीसदी बच्चे ऐसे हैं, जो अक्षरों को नहीं पहचान पाते हैं। वहीं 89 फ़ीसदी बच्चे सही ढंग से शब्द नहीं पढ़ पाते हैं। 23 फीसदी बच्चे ही कक्षा में पढ़ने वाले निकले है। 
अंकों के पहचानने वाले बच्चे महज 20 फीसदी हैं। 

हैरान करने वाली बात यह थी कि केवल 11 फीसदी बच्चे ही शब्द पढ़ने में सक्षम रहे। वाक्य बनाने वाले बच्चों की संख्या 16.05 फीसदी रही। वहीं 23 फीसदी बच्चों का ग्राफ बेहतर ढंग से पढ़ने वालों का निकला। 75 फ़ीसदी बच्चों का कक्षा में स्तर नीचे निकला। गणित में अंक पहचानने वाले 86 फ़ीसदी बच्चे थे। जबकि 2 अंकों के पहचानने वाले सिर्फ 20 फ़ीसदी बच्चे ही निकले।

स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार की मौजूदगी में आंकड़ों को रखा गया। राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक ने कहा कि आंकड़ों के बाद स्थितियों को सुधारने का लगातार प्रयास किया जाना चाहिए। राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक राजू धनराजू एस ने कहा कि कक्षा पहली से लेकर कक्षा तीसरी तक के बच्चों को सर्वे में शामिल किया गया।

राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक एस धनराजू ने कहा कि यह सर्वे रिपोर्ट स्कूलों की पढ़ाई के हिसाब से खराब है। सर्वे इसलिए करवाया गया है ताकि स्कूलों और हर जिले की स्थिति का सही स्तर पर आकलन हो सके।