इंदौर झूलेलाल मंदिर हादसे में अबतक 13 की मौत, हवन के दौरान 40 फीट नीचे गिरे थे 33 लोग

सुबह करीब 11.30 बजे की घटना के बाद से देर शाम तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में 20 लोगों को बावड़ी से जीवित निकाला गया, जबकि इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई।

Updated: Mar 30, 2023, 06:27 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है। गुरुवार शाम 6 बजे तक मृतकों की संख्या 13 तक पहुंच गई। रेस्क्यू ऑपरेशन भी समाप्त हो गया है। इस हादसे में महिलाओं और बच्चे समेत कुल 33 लोग बावड़ी में गिरे थे, जिनमें 20 लोग को जीवित बचा लिया गया है। हालांकि, इनमें से कई गंभीर रूप से घायल भी हैं। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह इस हादसे में पीड़ित लोगों से मिलने इंदौर पहुंचे हैं।

हादसा पटेल नगर में स्थित श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर का है। यहां रामनवमी के मौके पर सुबह से हवन किया जा रहा था। मंदिर में बावड़ी के ऊपर की छत के ऊपर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। वजन ज्यादा होने के कारण बावड़ी का छत धंस गया और करीब 33 लोग 40 फीट गहरे बावड़ी में जा गिरे।
घटना के वक्त मौके पर अफरा तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। सूचना मिलने पर प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। हालांकि, तंग जगह होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी देर हुई।

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया बावड़ी से शुरुआत में निकाली गई 11 डेडबॉडी में से 10 महिलाओं की थी। अभी तक हादसे में हम 13 लोगों को खो चुके है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों के 5-5 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सरकार घायलों को इलाज कराएगी। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इस हादसे में पीड़ित लोगों से मिलने इंदौर पहुंचे हैं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना को लेकर दुःख जताया है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "इंदौर में बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में उत्सव के दौरान हुए हादसे की खबर बहुत दुखद है। इस दुर्घटना में जिनकी मृत्यु हुई, उनके परिवारजनों को मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की आशा करता हूं।"

इंदौर कलेक्टर इलैया राजा ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच कराने की बात कही है। शुरुआती जानकारी मुताबिक, मंदिर परिसर में निर्माण और खुदाई का काम चल रहा है। मंदिर परिसर में निर्माण कार्य के चलते भी कुएं की दीवार धंसकने से फर्श गिरने की आशंका जताई जा रही है। इसके अलावा कुछ लोगों ने चूहों के कारण कुआं खोखला होने की बात भी कही। लेकिन, अभी तक किसी अधिकारी ने हादसे के कारण के बारे में बयान नहीं दिया है। बताया जा रहा है कि यह मंदिर करीब 60 साल पुराना है। मंदिर में दर्शन करने आया एक बच्चा अब भी लापता है।