नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष से मांगा इस्तीफा, पद की गरिमा धूमिल करने का आरोप

बेटे के लिए पंचायत चुनाव में प्रचार करने पहुंचे थे विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, नेता प्रतिपक्ष डॉ सिंह ने कहा- सदन की गरिमा धूमिल हुई है, विपक्ष आपसे न्याय की उम्मीद कैसे करेगा

Updated: Jun 28, 2022, 02:34 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम से इस्तीफा मांगा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि विधानसभा अध्यक्ष ने अपने पद की गरिमा और मर्यादा को धूमिल किया है। सिंह ने इस संबंध में हिमाचल के राज्यपाल रहे गुलेश्वर अहमद का उदाहरण भी दिया है।

डॉ सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष को संबोधित पत्र में लिखा है कि, 'आपने पंचायत चुनाव में जब आपके पुत्र राहुल गौतम जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रहे थे। देखने में आया है कि आप अपने पुत्र के प्रचार में लगे हुए थे। आप प्रदेश के ऐसे संवैधानिक पद पर विराजमान हैं, जो निष्पक्ष रूप से कार्य करने के लिए जाना जाता है। इसके बावजूद भी आपने पद की गरिमा और मर्यादा का ध्यान न रखकर अपने पुत्र के पक्ष में प्रचार किया है, उससे विधानसभा सदस्यों की भावनाओं को ठेस पहुंची है।'

कांग्रेस नेता ने आगे लिखा है कि, 'मैं भी विगत 32 वर्षों से इसी सदन में हूं और अनेकों अध्यक्ष की कार्यप्रणाली भी देखी है। कोई भी अध्यक्ष शायद ही किसी नेता, मंत्री या पार्टी के कार्यालय गया हो। लेकिन आप पद की गरिमा के विपरीत हर जगह पहुंच रहे हैं। आपने जो किया है वह असंवैधानिक है व पद की गरिमा के अनुकूल भी नहीं है। संविधान के अनुसार आप विधानसभा में पक्ष-विपक्ष के संरक्षक हैं। सदन की गरिमा व मर्यादा बचाने की सारी शक्तियां आप में निहित है, फिर भी आपके द्वारा ऐसा करने से सदन के सर्वोच्च पद की गरिमा धूमिल हुई है। यदि सदन के सर्वोच्च पद पर बैठे अध्यक्ष राजनीति में खुलकर भाग लेंगे तो विपक्ष उनसे न्याय की उम्मीद कैसे करेगा?'

डॉ गोविंद सिंह ने उदाहरण देते हुए कहा कि, 'गुलशेर अहमद जब हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल हुआ थे। उसी दौरान उनके गृह नगर सतना में उनका पुत्र चुनाव लड़ रहा था। वे एक दिन के लिए चुनाव के दौरान सतना गए तो उन पर आरोप लगाए गए थे। उन्होंने अपनी गलती मानकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। आशा और अपेक्षा है कि आप मेरे मत से सहमत होंगे।' बता दें कि बीते दिनों विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम अपने बेटे राहुल गौतम के लिए चुनाव प्रचार करते देखे गए थे। हालांकि, इसके बावजूद उनके बेटे को करारी हार मिली।