जहरीला कफ सिरप बनाने वाली कंपनी का मालिक गिरफ्तार, तमिलनाडु पहुंची MP SIT का बड़ा एक्शन

मध्य प्रदेश में 23 बच्चों की मौत का कारण बने कोल्ड्रिफ कफ सिरप बनाने वाली कंपनी श्रीसन फार्मा का डायरेक्टर गोविंदन रंगनाथन गिरफ्तार कर लिया गया है।

Updated: Oct 09, 2025, 09:48 AM IST

चेन्नई। कफ सिरप कोल्ड्रिफ से मासूम बच्‍चों की मौत के मामले में मध्‍य प्रदेश पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। दवा कंपनी के मालिक एस. रंगनाथन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तमिलनाडु के कांचीपुरम स्थित श्रीसन फार्मास्युटिकल्स द्वारा निर्मित कफ सिरप, कोल्ड्रिफ, मध्य प्रदेश में 20 से ज्यादा बच्चों की मौत का कारण बना है।

मध्य प्रदेश सरकार द्वारा बनाई गई SIT की टीम ने बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात तमिलनाडु के चेन्नई में दबिश देकर रंगनाथन को पकड़ा। रंगनाथन पर 20 हजार रुपए का इनाम था। वह अपनी पत्नी के साथ फरार चल रहा था। चेन्नई में रंगनाथन का चेन्नई-बेंगलुरु राजमार्ग पर स्थित 2,000 वर्ग फुट का अपार्टमेंट सील कर दिया गया था, जबकि कोडम्बक्कम स्थित उनका रजिस्टर्ड ऑफिस बंद मिला था।

इस बीच कोल्ड्रिफ सिरप की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। तमिलनाडु डायरेक्टर ऑफ ड्रग्स कंट्रोल की रिपोर्ट में सामने आया है कि यह सिरप नॉन फार्मास्यूटिकल ग्रेड केमिकल से तैयार किया गया था।जांच के दौरान कंपनी के मालिक ने मौखिक रूप से स्वीकार किया है कि उसने दो बार में प्रोपलीन ग्लायकॉल के 50 किलो के दो बैग खरीदे थे। यानी कंपनी ने 100 किलो जहरीला केमिकल खरीदा था। जांच में इसका न कोई बिल मिला है, न खरीद की एंट्री की गई। पूछताछ में जांच अधिकारियों को बताया गया कि भुगतान कभी कैश तो कभी G-Pay से किया था।

दवा बनाने वाली कंपनी ने घटिया क्वालिटी का प्रोपलीन ग्लायकॉल खरीदा। उसका कभी टेस्ट भी नहीं कराया। चौंकाने वाली बात यह है कि कंपनी के पास न तो खरीदी के बिल हैं और न ही प्रयोग किए गए केमिकल के रिकॉर्ड मौजूद हैं। लैब जांच में यह भी पाया गया कि सिरप में डाईएथिलीन ग्लायकॉल (DEG) और एथिलीन ग्लायकॉल (EG) जैसे जहरीले रसायनों की मौजूदगी तय सीमा से 486 गुना अधिक थी।