गांधी जी के पास नहीं थी कोई डिग्री, जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का दावा

मनोज सिन्हा ने आईटीएम ग्वालियर में किया यह दावा बोले गांधी जी डिग्रीधारी नहीं थे लेकिन फिर भी वह राष्ट्रपिता बने

Updated: Mar 24, 2023, 09:32 AM IST

ग्वालियर। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का एक बयान चर्चा का विषय बन गया है। उपराज्यपाल ने महात्मा गांधी को लेकर एक ऐसा अजीब दावा कर दिया है जोकि लोगों के गले नहीं उतर रहा। मनोज सिन्हा के मुताबिक महात्मा गांधी के पास कोई डिग्री नहीं थी। 

मनोज सिन्हा ने यह दावा मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित आईटीएम यूनिवर्सिटी में किया। संस्थान में राम मनोहर लोहिया व्याख्यानमाला आयोजित की गई थी। इसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मनोज सिन्हा ने राष्ट्रपिता को लेकर भ्रामक दावा कर दिया। 

मनोज सिन्हा अपने संबोधन में छात्रों को यह समझा रहे थे कि शिक्षा डिग्री से अधिक महत्वपूर्ण है। सिर्फ डिग्री हासिल करने से व्यक्ति शिक्षित नहीं हो जाता। लेकिन अपनी इस बात को सत्यापित करने के लिए उन्होंने गांधी जी का उदाहरण दे दिया।

मनोज सिन्हा ने कहा कि देश के अधिकतर लोगों में यह भ्रांति है कि गांधी जी के पास लॉ की डिग्री थी। गांधी जी के पास कोई डिग्री नहीं थी। लेकिन इसके बावजूद वह इस देश के राष्ट्रपिता बने। मनोज सिन्हा का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। 

मनोज सिन्हा के वायरल वीडियो पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने कहा कि जब से मोदी जी और स्मृति ईरानी जी की डिग्री पर सवाल शुरू हुए हैं तब से बड़ा लोचा है। ग्वालियर के एक कार्यक्रम में जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा कह रहे हैं कि महात्मा गांधी के पास कोई डिग्री नहीं थी। हुज़ूर वे बाक़ायदा बैरिस्टर थे, डिग्रीधारी।इनके चक्कर में उन्हें क्यों निपटा रहे हैं?

महात्मा गांधी ने लंदन में वकालत की पढ़ाई थी। उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में 1888 में दाखिला लिया था और 1891 में उनकी वकालत की पढ़ाई पूरी हुई थी। मनोज सिन्हा के दावों को सोशल मीडिया पर भ्रामक करार देते हुए लोग पूछ रहे हैं कि अगर गांधी जी के पास डिग्री नहीं थी तो उन्होंने अदालत में मुकदमे कैसे लड़ लिए?

जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद मनोज सिन्हा को वहां का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया था। एक समय में मनोज सिन्हा ने उत्तर प्रदेश में बीजेपी के मुख्यमंत्री बनने के प्रबल दावेदार थे लेकिन विधानसभा परिणाम आने के बाद बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ पर दांव चलना अधिक उचित समझा। इसके बाद मनोज सिन्हा को पिछले लोकसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा।