कुर्सी जाने की बौखलाहट साफ नजर आ रही है, नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने सीएम चौहान पर बोला हमला

सोमवार को सीएम चौहान द्वारा नीमच में पूर्व सीएम कमलनाथ पर दिए गए भाषण को लेकर कांग्रेस नेता डॉ गोविंद सिंह ने आपत्ति जताते हुए सीएम को भाषाई मर्यादा और संयम बरतने की सलाह दी।

Publish: Aug 08, 2023, 07:11 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का वक्त नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे नेताओं का एक-दूसरे पर बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर बढ़ता जा रहा है। सीएम शिवराज सिंह चौहान के सोमवार को नीमच में पूर्व सीएम कमलनाथ पर दिए गए आपत्तिजनक बयान की कांग्रेस ने तीखी आलोचना की है। नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविन्द सिंह ने सीएम को भाषाई मर्यादा और संयम बरतने की सलाह देते हुए कहा कि कमलनाथ उम्र में शिवराज सिंह के बड़े भाई जैसे हैं।

भोपाल में अपने आवास पर मीडिया से चर्चा में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविन्द सिंह ने कहा, 'भाजपा के लोग और स्वयं मुख्यमंत्री लगातार संस्कृति की बात करते हैं। भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय सेवक संघ की संस्कृति है कि सब का सम्मान करें। लेकिन आपकी संस्कृति इस प्रकार हो गई है कि आप से उम्र में करीब 20 वर्ष बड़े कमलनाथ जो कांग्रेस पार्टी के हमारे नेता हैं। उम्र में आपके चाचा के बराबर या बड़ा भाई हो सकते हैं। उनके लिए आपने किस तरह की भाषा का उपयोग किया?'

नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा, 'क्या मुख्यमंत्री के पद पर 18 साल के बैठे हुए व्यक्ति का इस तरह की भाषा का इस्तेमाल उचित समझते हैं? क्या आपकी यही संस्कृति है? आप क्यों घबरा रहे हैं क्यों बेचैन हैं? कुर्सी जाने की बौखलाहट नजर आ रही है जो मन में आ रहा है वही बोल रहे हैं। 18 साल से मुख्यमंत्री की कुर्सी से चिपके हुए हैं। जनता चाहेगी तो आपके अच्छे कामों के लिए आपको सिर माथे लेगी। लेकिन आप इस तरह की भाषा बोल कर मुख्यमंत्री के पद की गरिमा गिरा रहे हैं।'

डॉ सिंह ने आगे कहा, 'कांग्रेस पार्टी आपके इस तरह बोलने के बावजूद भी मर्यादा में आपसे बात करेगी। हम आपसे अपील करते हैं कि बौखलाहट बंद करें और जनता का आने वाला निर्णय स्वीकार करें। 18 साल से पद पर बैठे मुख्यमंत्री किस तरह से अपने बुजुर्गों का सम्मान करते हैं आदर करते हैं। सामान्य नागरिक को भी सामान्य सम्मान की भाषा में संबोधित करते हैं। लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जो बड़े सौम्य और भाषण वीर मुख्यमंत्री हैं उन्हें क्या इस तरह की भाषा शोभा देती है? अगर आप की यही संस्कृति है क्या आपको यही ट्रेनिंग मिली है?'