भोपाल के सिटी हॉस्पिटल में उपद्रव, भीड़ ने डॉक्टर-स्टाफ को पीटा, डायरेक्टर के बेटे ने चलाई गोली
भोपाल में कार की टक्कर से युवक की मौत के बाद प्राइवेट हॉस्पिटल में तोड़फोड और स्टाफ के साथ मारपीट हुई। नाराज भीड़ ने पथराव भी किया।
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित सिटी अस्पताल में जमकर उपद्रव हुआ है। यहां भीड़ ने खूब उत्पात मचाया और अस्पताल में तोड़फोड़ की। डॉक्टर और अन्य स्टाफ के साथ मारपीट भी की गई। स्थिति इतना बिगड़ गया कि अस्पताल के डायरेक्टर के बेटे को फायरिंग करनी पड़ी।
दरअसल, यह पूरा मामला एक सड़क दुर्घटना से जुड़ा हुआ है। भोपाल में शुक्रवार रात को कार की टक्कर से एक युवक की मौत हो गई। हादसा शुक्रवार रात 8:30 बजे गोविंदपुरा क्षेत्र के शांति निकेतन के सामने तिराहे पर हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि करीब 10 मीटर तक युवक को घसीटते हुए ले गई। घायल को तत्काल पास ही सिटी हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद युवक के परिजन और उनके साथ गए लोगों की भीड़ उग्र हो गई। परिजन ने अस्पताल के डायरेक्टर पर इलाज शुरू करने से पहले रुपए जमा करने का आरोप लगाया। स्टाफ ने जब इसका विरोध किया, तो बेकाबू भीड़ ने अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी। सिक्योरिटी गार्ड ने जब भीड़ को गेट के बाहर किया, तो लोगों ने बाहर से अस्पताल पर पथराव करना शुरू कर दिया।
अस्पताल में हो रही तोड़फोड़, पथराव के बीच खुद को सुरक्षित करने अस्पताल के डायरेक्टर और स्टाफ, वर्क स्टेशन छोड़कर भागे। इसके बाद गुस्साई भीड़ पास में स्थित डायरेक्टर डॉक्टर सब्यसाची गुप्ता के मकान में घुस गई और बालकनी में रखे सामान को तोड़ना -फेंकना शुरू कर दिया। इस पर हॉस्पिटल डायरेक्टर के बेटे और परिजनों ने जब भीड़ को ऐसा करने से रोकने की कोशिश की, तो उग्र भीड़ ने उनकी भी पिटाई कर दी।
घर में घुसी बेकाबू भीड़ के हमले से खुद को और परिवार को सुरक्षित करने हॉस्पिटल डायरेक्टर के बेटे डॉ. उज्ज्वल गुप्ता ने पिस्टल से फायरिंग शुरू कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक डॉ. उज्ज्वल ने करीब 6 राउंड फायरिंग की। सूचना मिलने पर पहुंची गोविंदपुरा पुलिस ने सड़क के दूसरी ओर खड़े उपद्रवियों को खदेड़ा।