पूरी राजनीतिक व्यवस्था को उन महिलाओं से क्षमा याचना करनी चाहिए, मणिपुर यौन हिंसा पर बोलीं उमा भारती
सबसे बड़ा सवाल पुलिस क्यों नहीं पहुंची क्योंकि घटना बहुत लंबे समय तक चलती रही। आसपास की पुलिस की चौकी या थाना जो भी हो वह सब उतने ही बड़े दंड के भागीदार हैं जितने कि मूल अपराधी लोग: उमा भारती

भोपाल। मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई हैवानियत और शर्मनाक वारदात ने पूरे देश को झकझोर दिया है। मानवता को कलंकित करने वाले इस घटना को लेकर पीएम मोदी की आश्चर्यजनक चुप्पी को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। इसी बीच अब भाजपा की महिला नेताओं ने भी घटना को लेकर आवाज उठाना शुरू कर दिया है। भाजपा की कद्दावर नेत्री व मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा है कि पूरी राजनीतिक व्यवस्था को उन महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।
एमपी की पूर्व सीएम उमा भारती ने ट्वीट कर मणिपुर की घटना के वक्त मौके पर न पहुंचने वाले पुलिस कर्मियों पर सख्त कार्रवाई करने की सलाह दी है। उमा भारती ने ट्वीट किया, 'मणिपुर की महिलाओं के अपमान की घटना पर दुःख गहराता जाता है। विपक्ष आरोप लगाता है कि प्रधानमंत्री जी पार्लियामेंट के अंदर बोल दें या एन. वीरेन सिंह इस्तीफा दे दें फिर हम कहते हैं कि राजस्थान और बंगाल में भी तो ऐसा होता है।'
1. मणिपुर की महिलाओं के अपमान की घटना पर दुःख गहराता जाता है।
— Uma Bharti (@umasribharti) July 22, 2023
2. विपक्ष आरोप लगाता है कि प्रधानमंत्री जी पार्लियामेंट के अंदर बोल दें या एन. वीरेन सिंह इस्तीफा दे दें फिर हम कहते हैं कि राजस्थान और बंगाल में भी तो ऐसा होता है।
उमा भारती ने आगे लिखा, 'यदि सब जगह ही ऐसा होता है तो सभी जगह गलत नहीं हैं ? दो गलत कैसे मिलाके एक सही हो जाएगा? सबसे बड़ा सवाल पुलिस क्यों नहीं पहुंची क्योंकि घटना बहुत लंबे समय तक चलती रही। आसपास की पुलिस की चौकी या थाना जो भी हो वह सब उतने ही बड़े दंड के भागीदार हैं जितने कि मूल अपराधी लोग। महिलाओं को इस तरह से निर्वस्त्र घुमाते हुए छेड़खानी करते हुए और उनके पिता और भाई बचाने आए तो उनके टुकड़े-टुकड़े करते हुए जैसी घटना होना पूरे देश एवं पूरी दुनिया के लिए कलंक एवं शर्मिंदगी की बात है।'
8. पूरे देशवासियों को और पूरी राजनीतिक व्यवस्था को उन महिलाओं से अपने गुनाहों की क्षमा याचना करनी चाहिए। इसलिए कृपया मणिपुर, राजस्थान, बंगाल का इस पर कंपटीशन मत कराइए, सभी लोग मिलकर माफी मांगिए।
— Uma Bharti (@umasribharti) July 22, 2023
उमा भारती आगे लिखती हैं, 'अगर ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकनी है तो मौके पर न पहुंचने वाले पुलिसकर्मियों पर कठोरतम कार्यवाही हो। भारतीय दंड विधान संहिता में जो कठोरतम दंड ऐसे अपराध के लिए हो वह फास्ट ट्रेक कोर्ट के जरिए उनको दंडित किया जाना चाहिए। पूरे देशवासियों को और पूरी राजनीतिक व्यवस्था को उन महिलाओं से अपने गुनाहों की क्षमा याचना करनी चाहिए। इसलिए कृपया मणिपुर, राजस्थान, बंगाल का इस पर कंपटीशन मत कराइए, सभी लोग मिलकर माफी मांगिए।'