बैतूल में सरकारी सिस्टम की पोल खुली, बैलगाड़ी बनी एम्बुलेंस, कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना

मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में सरकारी दावों की पोल खुल गई है। दरअसल यहां एक स्थानीय महिला प्रसव से पीड़ित थीं। उपचार के लिए उसे बैलगाड़ी में बैठाकर भाजी नदी पार करवाई गई।

Publish: Jul 28, 2025, 02:19 PM IST

बैतूल। ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य, पक्की सड़कों की कमी विकास की राह में बाधा बनती है। जिससे ग्रामीण लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है। वह लंबे समय तक प्रशासन और सरकार से मदद की गुहार लगाते हैं। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में सरकारी दावों की पोल खुल गई है। दरअसल यहां एक स्थानीय महिला प्रसव से पीड़ित थीं।  उपचार के लिए उसे बैलगाड़ी में बैठाकर भाजी नदी पार करवाई गई। 

कांग्रेस ने इस पर निशाना साध है। जीतू पटवारी ने फेसबुक पोस्ट में लिखा "ये बैतूल में घोड़ाडोंगरी विधानसभा के चिचोली क्षेत्र का दृश्य है"। भांजी नदी पार करने की यह मजबूरी, क्या मजबूत नेतृत्व की पहचान है। बता दें की भाजी नदी में अब तक कोई पुल नहीं बनाया गया। बरसात के मौसम में तो ग्रामीणों के लिए यह आम समस्या बन गई है। स्थानीय ग्रामीण पुल बनाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन तथा चक्काजाम भी कर चुके हैं। फिर भी अब तक उन्हें कोई समाधान नहीं मिला।

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गौरतलब है कि बारिश के मौसम में नदियां उफान पर रहती है। इसमें बड़े हादसे कभी भी हो जाते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा असर देखने को मिलता है। जहां लोग मजबूरी में अपनी जान का जोखिम उठा कर जरूरी काम या आपातकाल स्थिति में वर्तमान परिस्थितियों के हिसाब से ही घर से निकलने के लिए मजबूर हो जाते हैं। इससे सरकार के भ्रष्ट दावे भी सामने आते हैं।