चुनाव आयोग हमें डेटा दे, हम साबित कर देंगे कि मोदी वोट चोरी करके प्रधानमंत्री बने हैं: राहुल गांधी

चुनाव आयोग मुझसे हलफनामा मांगता है। वो कहता है कि मुझे शपथ लेनी होगी। मैंने संसद में संविधान की शपथ ली है। आज जब देश की जनता हमारे डेटा को लेकर सवाल पूछ रही है तो चुनाव आयोग ने वेबसाइट ही बंद कर दी: राहुल गांधी

Updated: Aug 08, 2025, 01:35 PM IST

नई दिल्ली। लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से चुनाव आयोग पर हमला बोला है। शुक्रवार को राहुल गांधी ने बेंगलुरु में वोट अधिकारी रैली को संबोधित किया। राहुल गांधी ने बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा का उदाहरण देते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी ने चुनाव आयोग के साथ मिलकर कर्नाटक से लोकसभा चुराई। 

राहुल गांधी ने कहा कि कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार 25 सीट के मार्जिन से प्रधानमंत्री बने हैं। 25 सीट ऐसी हैं, जिन्हें भाजपा ने 35 हजार या कम वोट से जीतीं। अगर हमें इलेक्ट्रानिक डेटा मिल जाए तो हम साबित कर देंगे कि मोदी चोरी करके प्रधानमंत्री बने हैं। उन्होंने कहा कि जब हमें चुनाव आयोग से मदद नहीं मिली तो हमने ख़ुद से जांच शुरू की। इसके लिए हमने बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट के महादेवापुरा विधानसभा क्षेत्र को चुना।

राहुल गांधी ने कहा कि हमने जांच में जो पाया, मैंने उसे प्रेस कॉन्फ्रेंस में सबके सामने रखा और ये साबित कर दिया कि BJP और चुनाव आयोग ने मिलकर वोट चोरी की है। महादेवापुरा विधानसभा क्षेत्र में साढ़े 6 लाख वोट हैं और उसमें से 1,00,250 वोट चोरी किए गए हैं। मतलब- BJP ने हर 6 में से 1 वोट चोरी किया है। 

राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग मुझसे हलफनामा मांगता है। वो कहता है कि मुझे शपथ लेनी होगी। मैंने संसद में संविधान की शपथ ली है। आज जब देश की जनता हमारे डेटा को लेकर सवाल पूछ रही है तो चुनाव आयोग ने वेबसाइट ही बंद कर दी। चुनाव आयोग जानता है कि जनता उनसे सवाल पूछने लगी तो उनका पूरा ढांचा ढह जाएगा।

उन्होंने आगे कहा, 'पिछले चुनाव में हमारे सामने एक सवाल उठा।  पहले लोकसभा का चुनाव हुआ, फिर महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव हुआ। लोकसभा में हमारा गठबंधन भारी सीटों के साथ चुनाव जीता, लेकिन फिर चार महीने बाद विधानसभा चुनाव में BJP जीत गई। ये बेहद चौंकाने वाली बात थी। हमने पता किया तो मालूम चला कि विधानसभा चुनाव में एक करोड़ नए मतदाताओं ने वोट डाला है। जहां भी ये नए वोटर आए, वहां BJP ने जीत हासिल की। हमारे वोटों में कमी नहीं आई, लेकिन नए मतदाताओं का वोट BJP के खाते में गया। उसी दिन हमें समझ आ गया कि दाल में कुछ काला है।'