क्या मुझे भी डिटेंशन सेंटर भेजा जाएगा, SIR ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से MP कांग्रेस प्रवक्ता का नाम कटा

भोपाल में SIR की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में कांग्रेस प्रवक्ता मिथुन अहिरवार का नाम कटने से हंगामा हो गया। कांग्रेस ने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

Updated: Dec 25, 2025, 11:58 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में SIR की ड्राफ्ट मतदाता सूची से सियासत गरमा गई है। ड्राफ्ट में मध्य प्रदेश में 42 लाख 74 हजार मतदाताओं के नाम काटे गए हैं। विपक्ष का आरोप है कि एसआईआर के नाम पर कांग्रेसियों के नाम गिन-गिनकर काटे जा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मिथुन अहिरवार तक का नाम ड्राफ्ट से काट दिया गया है। इसे लेकर अहिरवार ने सरकार से पूछा कि क्या मुझे भी अब डिटेंशन सेंटर भेजा जाएगा।

मंगलवार को जारी ड्राफ्ट लिस्ट में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता मिथुन अहिरवार का नाम कटने से विपक्ष ने सरकार और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मिथुन अहिरवार ने कहा कि उनके घर BLO आए थे और गणना पत्रक भी भरा गया था। उन्होंने बताया कि वोटर कार्ड भी उपलब्ध कराया गया था, इसके बावजूद ड्राफ्ट लिस्ट में उनका और उनकी पत्नी का नाम नहीं है। अहिरवार ने चुनाव आयोग से सवाल किया है कि आखिर उनका नाम क्यों काटा गया?

मिथुन अहिरवार ने मीडिया से कहा कि अब जब मेरा सूची में नाम नहीं है तो क्या सरकार मुझे घुसपैठियों मानेगी और मुझे डिटेंशन सेंटर भेजेगी? भाजपा सरकार और चुनाव आयोग को इसका जवाब देना चाहिए। अहिरवार ने कहा कि मेरे जैसे न जाने कितने लाख लोग फॉर्म भरकर BLO को दे चुके होंगे, लेकिन अब नाम गायब हैं। यह लोकतंत्र पर हमला है। उन्होंने आरोप लगाया कि SIR प्रक्रिया के तहत भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए कांग्रेस समर्थकों का नाम काटा जा रहा है।

कांग्रेस पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि 2023 के चुनाव में जिन सीटों पर कांग्रेस जितने वोटों से हारी, उससे कई गुना वोट शिफ्टेड बताकर अब काटे गए हैं। पार्टी ने कहा कि 2023 के विधानसभा चुनाव में 35 लाख वोटों से हमारी हार हुई थी और अब 42 लाख से ज्यादा वोट काटे गए हैं। CWC मेंबर कमलेश्वर पटेल ने कहा कि 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने फर्जी मतदाताओं का मुद्दा जोरशोर से उठाया था। भोपाल की नरेला विधानसभा सीट पर ही ऐसे बड़ी संख्या में फर्जी मतदाताओं की सूची चुनाव आयोग को सौंपी गई थी। चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार मनोज शुक्ला और मंत्री विश्वास सारंग के बीच हार जीत का अंतर 24 हजार 569 का था, लेकिन अब एसआईआर में 65 हजार 356 मतदाता परमानेंट शिफ्टेड बताए गए हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह पूरे प्रदेश में धांधली की गई है।