गुजरात में स्टेनलेस स्टील बनाने वाली 35 फीसदी MSMEs हो गईं बंद, कांग्रेस ने रिपोर्ट शेयर कर केंद्र को घेरा
भारतीय स्टेनलेस स्टील कंपनियों को चीन से भारी आयात का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इसके चलते जुलाई-सितंबर 2023 के बीच गुजरात में करीब 30 से 35 प्रतिशत मझोले और छोटे बिजनेस बंद हो गए।
नई दिल्ली। भारतीय स्टेनलेस स्टील कंपनियों को चीन से भारी मात्रा में हो रहे आयात का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इसके चलते साल 2023 में जुलाई-सितंबर के बीच गुजरात में करीब 30 से 35 प्रतिशत मझोले और छोटे बिजनेस बंद हो गए। इंडियन स्टेनलेस स्टील डेवलपमेंट एसोसिएशन (ISSDA) ने ये जानकारी दी है। मामले पर विपक्षी दल कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि स्टेनलेस स्टील क्षेत्र में देश के 80 प्रतिशत एमएसएमई अकेले गुजरात में हैं। इनमें से 35 फीसदी ने जुलाई और सितंबर 2023 के बीच अपनी दुकानें बंद कर दीं। कई अन्य मुश्किल से खुद को जीवित रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कारण? चीन से आयात की भारी बाढ़ आ गई है, जिस देश को प्रधानमंत्री ने क्लीन चिट दे दी है और एक ऐसा देश जिसके साथ हम कथित तौर पर भारत को सस्ते आयात पर अपनी चिंता व्यक्त नहीं करते हैं।'
दरअसल, सस्ते चीनी आयात के चलते भारतीय स्टेनलेस स्टील कंपनियों के मार्जिन पर दबाव पड़ रहा है। इसके चलते इंडस्ट्री ने पिछले साल एक याचिका दायर कर सरकार से चीन के स्टेनलेस उत्पादों पर काउंटरवेलिंग ड्यूटी (सीवीडी) लगाने की अपील किया था। स्टील इंपोर्ट पर साल 2021 तक ड्यूटी लगता था, लेकिन 2021 में मोदी सरकार ने इसे हटा दिया। तब से, अधिकतर MSME बंद होने के कगार पर हैं।