पंडित प्रदीप मिश्रा की जहां भी कथा होगी, वहां विरोध करेंगे, उज्जैन में पुतला दहन कर अजाक्स ने दी चेतावनी

मिश्रा ने विश्व के सबसे महान संविधान को बदलने की टिप्पणी की। ऐसा कर उन्होंने भारतीय संविधान का अपमान किया है। उनकी मंशा देश में नफरत फैलाने की प्रतीत होती है: अजाक्स

Updated: Apr 11, 2023, 10:34 AM IST

उज्जैन। मशहूर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के पूर्व में दिए संविधान बदलने के बयान पर सोमवार को उज्जैन में उनके खिलाफ बड़ा प्रदर्शन देखने को मिला। डॉ. आंबेडकर छात्र संगठन और अजाक्स ने पं. मिश्रा का पुतला जलाकर विरोध जताया। साथ ही पुलिस कंट्रोल रूम में ज्ञापन देकर कथावाचक की संपत्ति की जांच EOW से कराने की मांग की।

 मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति एवं जन जाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ (अजाक्स) संगठन से जुड़ी महिलाओं ने कहा कि, 'यदि 8 दिन के भीतर मिश्र के विरुद्ध केस दर्ज नहीं हुआ, तो जहां भी उनकी कथा होगी, वहां अजाक्स विरोध-प्रदर्शन करेगा। मध्य प्रदेश सरकार जिस तरह से अपराधियों के मकान तोड़ने की कार्रवाई कर रही है, इसी तरह पं. मिश्रा का मकान भी तोड़ा जाना चाहिए।' 

इस दौरान बहुजन समाज पार्टी से जुड़े धर्मेंद्र सोलंकी ने कहा कि, 'पं. प्रदीप मिश्रा ने सीहोर में कथा के दौरान सार्वजनिक रूप से भारतीय राष्ट्रीय एकता के प्रतीक और विश्व के सबसे महान संविधान को बदलने की टिप्पणी की। ऐसा कर उन्होंने भारत के संविधान का अपमान किया है। उनकी मंशा देश में नफरत फैलाने की प्रतीत होती है।'

वहीं, आंबेडकर छात्र संगठन के राम सोलंकी ने कहा- संविधान विरोधी मानसिकता रखने वाले पं. प्रदीप मिश्रा के विरुद्ध द्वेषता, अशांति, नफरत फैलाने और राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज किया जाना चाहिए। साथ ही पं. मिश्रा के कार्यक्रमों पर अंकुश लगाया जाए। अवैध तरीके से अर्जित की गई प्रॉपर्टी पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) से जांच कराई जाए।