दिल्ली जाने के लिए अड़े किसान, रास्ता रोका तो ट्रैक्टर लेकर नदी में उतरे, बंद किया गया लाल किला

किसानों ने कहा कि हम सुई से हथौड़ा तक सब लेकर चले हैं। हमारे पास पर्याप्त डीजल और पत्थर तोड़ने के औजार भी हैं। हम गांव से 6 महीने का राशन लेकर चले हैं।

Updated: Feb 13, 2024, 05:16 PM IST

नई दिल्ली। पंजाब से किसान मंगलवार 13 फरवरी को दिल्ली चलो मार्च के लिए निकले हुए हैं। दिल्ली के आसपास के बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए सरकार तमाम हथकंडे अपना रही है। शंभू बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर उन्हें रोका गया तो किसान ट्रैक्टर लेकर घग्गर नदी में उतर गए और नदी पार होकर हरियाणा में घुस गए।

शंभू बॉर्डर पर कई लेयर के बैरिकेड्स लगाए गए हैं। किसानों ने दोपहर साढ़े तीन बजे पहला बैरिकेड तोड़ दिए। पुलिस यहां ड्रोन से लगातार आंसू गैस के गोले छोड़ रही है। हरियाणा में कई जगहों पर किसानों ने बैरिकेड हटा दिए हैं। शंभू बॉर्डर पर झड़प में 12 से अधिक किसान घायल हुए हैं। इन्हें आंसू गैस के गोले या रबड़ की बुलेट लगी हैं। 

इस बार किसान पूरी तैयारी के साथ प्रदर्शन करने के लिए आए हैं। शंभू बॉर्डर पर एक ट्रैक्टर ड्राइवर मास्क पहने हुए है, ताकि आंसू गैस के गोले का कोई असर न हो। सीमेंट की बैरिकेडिंग को तोड़ने के लिए किसान अपने साथ JCB लेकर आए हैं। पंजाब के एक किसान ने बताया कि हम सुई से हथौड़ा तक सब लेकर चले हैं। हमारे पास पर्याप्त डीजल और पत्थर तोड़ने के औजार भी हैं। हम गांव से 6 महीने का राशन लेकर चले हैं।

पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि शंभू बॉर्डर पर 10 हजार लोग जमा हैं। हरियाणा सरकार रोकने की कोशिश कर रही है। हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। हम कुछ भी नहीं कर रहे, लेकिन ड्रोन से आंसू गैस के गोले फेंके जा रहे हैं। जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।

किसानों के तेवर देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट पर है। तमाम हथकंडों के बावजूद किसानों को रोकना मुश्किल हो गया है। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए सरकार ने लाल किला को बंद करने के निर्देश दिए हैं। सोमवार देर रात ही लाल किले को अचानक सील कर दिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि आगे इसे विजिटर्स के लिए कब खोला जाएगा, यह सुरक्षा एजेंसियों पर निर्भर करेगा।

दरअसल, पिछली बार किसान आंदोलन के दौरान कई लोग ट्रेक्टर लेकर लाल किला में घुस गए थे। एहतियातन अब इसे बंद कर दिया गया है। किसानों के दिल्ली की ओर कूच करने के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो के आठ स्टेशन पर एक या उससे अधिक प्रवेश व निकासी गेट मंगलवार को सुबह बंद कर दिए गए। हालांकि, ये स्टेशन बंद नहीं हैं और यात्रियों को अन्य गेट के जरिए प्रवेश और निकासी की अनुमति दी गयी है।