मोदी कैबिनेट से इस्तीफे के बाद छलका बाबुल सुप्रियो का दर्द, कहा, मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा गया

हालांकि बाबुल सुप्रियो ने बाद में डैमेज कंट्रोल करते हुए अपने फेसबुक पोस्ट को एडिट कर लिया और कहा कि मैंने इस्तीफा दे दिया है

Publish: Jul 08, 2021, 04:23 AM IST

Photo Courtesy: India Tv
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नई दिल्ली/कोलकाता। बुधवार को मोदी कैबिनेट में फेरबदल से पहले पिछली कैबिनेट का हिस्सा रहे कई बड़े और चर्चित चेहरों से इस्तीफा ले लिया गया। इस्तीफा लिए जाने का दर्द बाबुल सुप्रियो के मन से छलक ही गाया था कि उन्होंने तुरंत ही अपने बयान को बदल लिया। बाबुल सुप्रियो ने कहा था कि उनसे इस्तीफा मांगा गया है जिसके बाद उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। 

मोदी कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो ने अपने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि धुआं वहीं उठता है, जहां आग लगती है। हां, मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा गया है और मैने इस्तीफा दे दिया है। लेकिन तुरंत ही बाबुल सुप्रियो ने अपने पोस्ट को एडिट किया और कहा कि जैसा कि मैंने कहा था कि मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा गया, यह बात को कहने का सही तरीका नहीं है, इसलिए मैं कहूंगा कि मैंने इस्तीफा दे दिया। बाबुल सुप्रियो के पोस्ट में बदलाव तक को तंज के तौर पर लिया जा रहा है। 

बाबुल सुप्रियो ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि मंत्री रहते हुए मुझ पर भ्रष्टाचार का दाग नहीं लगा। बाबुल सुप्रियो ने कहा कि मैं खुद के लिए दुखी हूं लेकिन मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नए लोगों के लिए मुझे खुशी है। 

दरअसल गुरुवार को कैबिनेट विस्तार से ठीक पहले मोदी सरकार के कुल 12 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने वालों में रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, हर्षवर्धन रमेश पोखरियाल निशंक और बाबुल सुप्रियो जैसे नाम भी शामिल थे। मंत्रिमंडल में फेरबदल होने के बाद धर्मेंद्र प्रधान को शिक्षा मंत्रालय की ज़िम्मेदारी दी गई।मनसुख मंडाविया स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए। वहीं अश्विनी वैष्णव को रेल मंत्रालय और आईटी मंत्रालय दिया गया। ज्योतिरादित्य सिंधिया को नागरिक उड्डयन मंत्री बनाया गया। वहीं विज्ञान मंत्रालय को प्रधानमंत्री ने अपने अंदर रखा। जबकि अमित शाह को सहकारिता का अतिरिक्त प्रभार दिया गया।