देश के कई एयरपोर्ट्स पर चेक इन सिस्टम हुआ ठप, 70 से अधिक फ्लाइट्स कैंसिल
देश के कई एयरपोर्ट्स पर बुधवार सुबह चेक-इन सिस्टम ठप हो गया, जिससे भारी अव्यवस्था हुई। बेंगलुरु में 42 फ्लाइट रद्द, दिल्ली में मैनुअल चेक-इन शुरू किया गया और हैदराबाद में भारी भीड़ उमड़ी। माइक्रोसॉफ्ट आउटेज की खबर को कंपनी ने खारिज किया। इंडिगो ने क्रू की कमी से 70+ उड़ानें रद्द कीं।
नई दिल्ली। बुधवार सुबह देश के कई बड़े एयरपोर्ट्स पर चेक-इन और बोर्डिंग सिस्टम अचानक ठप पड़ गए। अचानक आई इस समस्या की वजह से फ्लाइट ऑपरेशंस गंभीर रूप से प्रभावित हुए। सबसे बड़ी समस्या बेंगलुरु, दिल्ली, हैदराबाद और वाराणसी एयरपोर्ट पर देखने को मिली जहां यात्रियों की लंबी कतारें लग गईं और कई उड़ानें रद्द या देरी से उड़ान भरती रहीं।
सबसे ज्यादा असर बेंगलुरु एयरपोर्ट पर दिखा जहां तकनीकी खामी के चलते कुल 42 फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं। इनमें 22 आने वाली और 20 जाने वाली उड़ानें शामिल थीं। इसके अलावा चार उड़ानें सिस्टम स्लो होने के कारण देरी से ऑपरेट हुईं। एयरलाइंस ने बताया कि ऑपरेशनल दिक्कतों ने स्थिति को और खराब कर दिया गया है।
यह भी पढ़ें:छत्तीसगढ़ में SECL खदान पर महासंग्राम, ग्रामीणों ने पुलिस पर किया हमला, 40 पुलिसकर्मी घायल
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी सुबह से चेक-इन सिस्टम प्रभावित रहा। इंडिगो, स्पाइसजेट, अकासा एयर और एयर इंडिया एक्सप्रेस, इन चार प्रमुख एयरलाइंस को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। तकनीकी खामी दूर न होने पर दिल्ली एयरपोर्ट ने मैनुअल चेक-इन और मैनुअल बोर्डिंग की व्यवस्था लागू कर दी थी। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने कहा कि सभी टीमें स्थिति सामान्य करने में लगी हुई हैं।
हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट में सुबह से ही यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। कई यात्री चेक इन विलंब की वजह से अपनी फ्लाइट चूक गए। इंडिगो ने कहा कि तकनीकी समस्या, बढ़ती भीड़ और ऑपरेशनल आवश्यकताओं के चलते कई उड़ानें देरी से चलीं और कुछ कैंसिल भी करनी पड़ीं थी। एयरपोर्ट प्रबंधन का कहना है कि टीमें लगातार काम कर रही हैं ताकि ऑपरेशन जल्द सामान्य हो सके।
यह भी पढ़ें:संचार साथी ऐप मामले में बैकफुट पर सरकार, प्री-इंस्टॉलेशन का आदेश लिया वापस
वाराणसी एयरपोर्ट पर यात्रियों को यह जानकारी दी गई कि कथित तौर पर माइक्रोसॉफ्ट विंडोज सिस्टम में वैश्विक स्तर पर बड़ी आउटेज की रिपोर्ट सामने आई है। इसकी वजह से एयरपोर्ट की IT सेवाओं पर असर पड़ा। हालांकि, बाद में माइक्रोसॉफ्ट ने इन खबरों को गलत बताते हुए कहा कि विंडोज में किसी तरह की कोई खराबी नहीं आयी और एयरपोर्ट की तकनीकी समस्या विंडोज से संबंधित नहीं है। दूसरी ओर इंडिगो ने भी बुधवार को 70 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दीं थी। जानकारी के अनुसार, इसका संबंध तकनीकी दिक्कतों के साथ-साथ क्रू की कमी से भी है जिससे ऑपरेशन सामान्य रखना मुश्किल हो गया।
यह भी पढ़ें:छतरपुर में खाद लेने गई छात्रा को नायब तहसीलदार ने मारा थप्पड़, वितरण केंद्र पर ग्रामीणों ने किया हंगामा
इसी बीच एयरपोर्ट सुरक्षा और IT सिस्टम की विश्वसनीयता को लेकर चिंता पहले से ही मौजूद हैं। पिछले महीने दिल्ली एयरपोर्ट पर GPS स्पूफिंग अटैक जैसा मामला दर्ज किया गया था। उस दौरान विमानों को गलत लोकेशन सिग्नल मिलने लगे थे। पायलटों को फेक नेविगेशन अलर्ट भेजे गए थे। जिसकी पुष्टि नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने संसद में की थी। उस समय 800 से ज्यादा उड़ानें देरी और 20 उड़ानें रद्द हुई थीं।




