पहलवानों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने दर्ज की FIR, दंगे सहित जोड़ी गईं कई गंभीर धाराएं
दिल्ली पुलिस ने जंतर मंतर को पूरी तरह से खाली करा लिया है। जंतर-मंतर से पहलवानों के अलावा सभी प्रदर्शनकारियों को हटाया गया है। पहलवानों के टेंट और अन्य सामान को भी हटा दिया गया।
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर हुई घटना के मामले में रविवार देर शाम एफआईआर दर्ज की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने पहलवानो साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के साथ ही जंतर मंतर से हिरासत में लिए गए सभी 109 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने पहलवानों के खिलाफ दंगा करने, गैरकानूनी जमावड़ा करने, ड्यूटी के दौरान पुलिस के काम में बाधा डालने के आरोप लगाए हैं, जिसके बाद प्रदर्शन कर रहे पहलवानों की मुश्किलें बढ़ सकती है। पुलिस ने पहलवानों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 149, 186, 188, 332, 353 के तहत केस दर्ज किया है।
एफआईआर दर्ज होने को लेकर पहलवान विनेश फोगाट की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने ट्वीट किया कि, "दिल्ली पुलिस को यौन शोषण करने वाले बृज भूषण के ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने में 7 दिन लगते हैं और शांतिपूर्ण आंदोलन करने पर हमारे खिलाफ FIR दर्ज करने में 7 घंटे भी नहीं लगाए। क्या इस देश में तानाशाही शुरू हो गई है ? सारी दुनिया देख रही है सरकार अपने खिलाड़ियों के साथ कैसा बर्ताव कर रही है। एक नया इतिहास लिखा जा रहा है।"
दिल्ली पुलिस को यौन शोषण करने वाले बृज भूषण के ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने में 7 दिन लगते हैं और शांतिपूर्ण आंदोलन करने पर हमारे ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने में 7 घंटे भी नहीं लगाए। क्या इस देश में तानाशाही शुरू हो गई है ? सारी दुनिया देख रही है सरकार अपने खिलाड़ियों के साथ कैसा बर्ताव कर…
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) May 28, 2023
दिल्ली पुलिस ने जंतर मंतर को पूरी तरह से खाली करा लिया है। पहलवानों के टेंट और अन्य सामान को भी हटाकर जंतर मंतर से हटा दिया गया है। दिल्ली पुलिस का कहना है रात में भी रेसलर प्रोटेस्ट वाली जगह पर आए थे। तकरीबन 7-8 लोग थे उन्हें वापस भेज दिया गया है। अब प्रोटेस्ट करने की इजाज़त नही दी गई है।
बता दें कि रविवार को संसद भवन के उद्घाटन के दौरान, पहलवानों ने महिला महापंचायत का ऐलान किया था। रविवार को जब पहलवान, मार्च निकाल रहे थे, तो इस दौरान पुलिस ने बरने कार्रवाई की थी, साथ ही प्रदर्शन स्थल से पहलवानों के तंबू आदि भी हटा दिए थे। पहलवानों के हुए दुर्व्यवहार को लेकर देशभर में आक्रोश है।