इंस्टा पर लाइव जाकर यूपी में युवक कर रहा था सुसाइड, कैलिफोर्निया से मेटा ने बचाई जान

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक युवक आर्थिक तंगी के चलते सुसाइड करने जा रहा था, लेकिन मेटा हेडक्वार्टर ने तुरंत ही यूपी पुलिस को अलर्ट भेज दिया जिससे समय रहते युवक की जान बचा ली गई

Updated: Feb 02, 2023, 09:42 AM IST

प्रतिकात्मक तस्वीर
प्रतिकात्मक तस्वीर

लखनऊ। मंगलवार देर रात उत्तर प्रदेश के रहने वाले एक युवक को फेसबुक ने आत्महत्या करने से रोक लिया। युवक इंस्टाग्राम पर लाइव जाकर आत्महत्या करने का प्रयास कर रहा था लेकिन कैलिफोर्निया स्थित मेटा हेडक्वार्टर की तत्परता ने युवक की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई। 

दरअसल उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का रहने वाला एक 23 वर्षीय युवक आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्महत्या करने जा रहा था। वह आत्महत्या करने के लिए इंस्टाग्राम पर लाइव गया। लेकिन जैसे ही उसका यह वीडियो कैलिफोर्निया स्थित मेटा हेडक्वार्टर पहुंचा, कम्पनी ने तत्काल प्रभाव से इसकी जानकारी उत्तर प्रदेश पुलिस को मुहैया करा दी। जिसके बाद यूपी पुलिस ने आपसी सामंजस्य से समय रहते युवक को आत्महत्या करने से रोक लिया। 

मंगलवार रात करीब दस बजे अभय शुक्ला नामक एक युवक आत्महत्या करने जा रहा था। अभय गुरुग्राम स्थित कैशीफाई कम्पनी में कार्यरत था। यह कम्पनी मुख्यतः पुराने मोबाइल की खरीद बिक्री करती है। कुछ ही दिनों बाद अभय ने यह धंधा खुद करना शुरू कर दिया। अपना कारोबार जमाने के इरादे से उसने अपनी बहन की शादी के लिए रखे 90 हज़ार रुपए अपने धंधे में निवेश कर दिए। लेकिन उसका धंधा चौपट हो गया। रकम डूबने से परेशान अभय ने आत्महत्या का विकल्प चुनना मुनासिब समझा। 

अभय ने अपना इंस्टाग्राम अकाउंट खोला और लाइव जाकर अपने लिए फांसी का फंदा तैयार करने लगा। अभय को ऐसा करता देख मेटा ने यह सूचना ईमेल अलर्ट के जरिए उत्तर प्रदेश पुलिस के सोशल मीडिया सेंटर में ट्रांसफर की। यूपी पुलिस और मेटा के बीच पिछले वर्ष मार्च महीने में ही यह करार हुआ था कि आत्महत्या से संबंधित किसी भी तरह की पोस्ट दिखने पर यूपी पुलिस को सूचना भेजी जाए। 

यूपी पुलिस ने सूचना मिलते ही ईमेल अलर्ट में साझा किए नंबर को सर्विलांस पर ले लिया। नंबर ट्रेस करने पर लोकेशन गाजियाबाद की मिली। जिसके बाद विजयनगर थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंच कर युवक को ऐसा करने से रोक लिया। खास बात यह कि यूपी पुलिस को सूचना भेजने से लेकर युवक तक पहुंचने में महज़ तेरह मिनट का ही समय लगा।

हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह पहली घटना नहीं है जब मेटा हेडक्वार्टर से मिली सूचना के कारण युवक युवतियों को आत्महत्या करने से बचा लिया गया हो। ख़ुद यूपी पुलिस इस सहायता के कारण इससे पहले दो युवकों को इसी प्रकार जान बचा चुकी है। जबकि गुवाहाटी और पुणे पुलिस भी इसी तर्ज पर दो लोगों को आत्महत्या करने से रोक चुकी है।