Kamalnath ने किसे कहा पद छोड़ कर चले जाओ

मध्यप्रदेश के अखबारों में छपी तमाम ख़बरों का जायज़ा हम समवेत की ख़ास पेशकश समाचार सारांश में

Updated: Feb 18, 2022, 02:59 AM IST

अब अलग अलग अखबार पढ़ने से मुक्ति। हम समवेत के 'समाचार सारांश' में सुनिए एमपी के अखबारों में छपी खबरें एक साथ। यहां आपको मिलेगी वो खबरें जो आपके लिए जानना महत्वपूर्ण हैं।

 

BJP को उसी की शैली में जवाब देंगे कमलनाथ

वर्ष 2023 में विस और 2024 में लोकसभा के चुनावों में भाजपा को परास्त करने के लिए कांग्रेस जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करेगी। इसके के लिए प्रत्येक बूथ पर 100 और प्रदेशभर में 50 लाख नए सदस्य बनाए जाएंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने जिलाध्यक्षों को चेतावनी देते हुए कहा है कि 25 फरवरी तक मंडलम और सेक्टर में नियुक्तियां करें। ऐसा नहीं कर सकते तो पद छोड़ दें। प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक ने कहा कि आरएसएस को टारगेट कर पार्टी कार्यकर्ता काम करें। भाजपा को उसी की शैली में जवाब दें। सदस्यता अभियान के जरिए बुनियादी तौर पर संगठन को सशक्त बनाकर 2023 और 2024 के चुनाव में भाजपा को पराजित करना है। 


व्यापमं का नाम बदलेगी शिवराज सरकार

व्यापमं में घोटालों के कारण बदनाम हुई शिवराज सरकार फिर इसका नाम बदलने जा रही है। कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव ला कर सरकार व्यापमं का नाम बदलकर कर्मचारी चयन बोर्ड करने जा रही है। इससे पहले व्यावसायिक परीक्षा मंडल का नाम प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड किया गया था। कैबिनेट में 8 मार्च को विधानसभा में लाए जाने वाले वित्तीय वर्ष 2022- 23 के अनुमानित 2.50 लाख करोड़ रुपए के बजट पर मंत्रियों से सुझाव लिए जाएंगे। साथ ही प्रदेश की वित्तीय व्यवस्था पर चर्चा की जाएगी।


खंडवा सांसद ने पहले शपथ दिलाई फिर खुद तोड़ा नियम

मध्य प्रदेश में खंडवा लोकसभा क्षेत्र के सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने पहले तो ट्रैफिक नियमों का पालन करने की शपथ ली और आधे घंटे बाद खुद ही उसे तोड़ भी दिया। इस काम में प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने भी उनका साथ दिया। अब सांसद और मंत्री का वीडियो वायरल है ।
दरअसल, सांसद ने खंडवा में गुरुवार को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यातायात सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत सभी को ट्रैफिक नियमों का पालन करने व हेलमेट पहनने की शपथ दिलवाई। कुछ ही देर बाद सांसद स्वयं ही बिना हेलमेट के स्कूटी पर सवार होकर निकल पड़े। यही नहीं, स्कूटी पर वन मंत्री विजय शाह भी उनके साथ थे। दोनों में से किसी ने हेलमेट नहीं पहना था।