चुनाव आयोग के नियमों की अनदेखी कर शुरु हुआ गृहमंत्री अमित शाह का कैंपेन, दिशानिर्देशों के उल्लंघन का आरोप

पांच की बजाए पांच सौ लोगों के साथ डोर-टू-डोर कैंपेन करने पहुंचे गृहमंत्री शाह, चुनाव आयोग की निष्पक्षता और कोविड नियमों का पालन न करने पर उठे सवाल

Updated: Jan 22, 2022, 02:37 PM IST

कैराना। कोरोना को देखते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में सख्त नियम लागू किए हैं। चुनाव आयोग ने सभी रैलियों और रोड शो पर रोक लगा दिया है। हालांकि, शनिवार को देश के गृहमंत्री अमित शाह ने खुद ही चुनाव आयोग के सभी निर्देशों को ठेंगा दिखा दिया। अमित शाह ने यूपी के कैराना में खुलेआम पैदल रोड शो किया जिसमें पांच नहीं बल्कि 5 सौ से ज्यादा लोग शामिल थे।

दरअसल, अमित शाह कैराना में डोर टू डोर कैंपेन करने पहुंचे थे। यहां उनके साथ सैंकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे। इस दौरान अमित शाह पर्चे बांटने से लेकर अन्य गतिविधियों में शामिल हुए। खास बात यह है कि अमित शाह खुद मास्क तक पहने हुए नहीं थे। जबकि चुनाव आयोग का स्पष्ट निर्देश है कि डोर टू डोर कैंपेन भी कोविड प्रोटोकॉल के साथ सिर्फ पांच लोग करेंगे। चुनावी सभाओं और रोड शो पर तो पूरी तरह से रोक है। लेकिन शाह का यह कैंपेन किसी बड़े सभा से कम नहीं था।

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सोशल मीडिया पर अमित शाह के इस कैंपेन का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। ट्विटर यूजर्स चुनाव आयोग से पूछ रहे हैं कि गृहमंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी क्या? चुनाव आयोग ने इस मामले पर अबतक आंख मूंद रखा है। बता दें कि इसी हफ्ते विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ यह कहकर एफआईआर तक कि गई है की वे प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे हैं। 

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निर्वाचन आयोग पर तंज कसते हुए है लिखा कि, 'माननीय गृह मंत्री अमित शाह जी "5 लोग" के साथ डोर-टू-डोर अभियान कर रहे हैं। चुनाव आयोग को उन्हें "डोर-टू-डोर" अभियान का ब्रांड एम्बेसडर घोषित कर उनके वीडियो को DEMO बना देना चाहिए। वरना चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल जारी रहेंगे। FIR सिर्फ कांग्रेस के ही मुख्यमंत्री पर क्यों?' बहरहाल, अब देखना यह होगा कि चुनाव आयोग गृहमंत्री के खिलाफ कार्रवाई कर अपनी निष्पक्षता साबित करती है या नहीं। 

बता दें कि सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की रणनीति के हिसाब से कैराना बीजेपी का फेवरेट सीट माना जाता है। कैराना में हुए दंगों के बाद ही बीजेपी सत्ता में आई थी और आज अमित शाह ने एक बार फिर लोगों को उस दंगे की याद दिलाई। शाह ने कहा कि, 'ये वही कैराना है जहां पहले लोग पलायन करते थे। जब मैं राउंड लेने निकला तो लोगों ने कहा कि मोदी जी की कृपा हो गई। बीजेपी की सरकार बनी। योगी जी ने कानून व्यवस्था को सुधारा है। हमें पलायन करवाने वाले पलायन कर गए हैं।कैराना से बीजेपी ने दिवंगत नेता हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को उम्मीदवार बनाया है।