अंगदान से अमर हुए जबलपुर के गोविंद यादव, 5 लोगों को मिला नया जीवन

गोवा के मापुसा में एक सड़क दुर्घटना के बाद गंभीर रूप से घायल हुए जबलपुर के 25 वर्षीय गोविंद यादव को अस्पताल में ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। जिसके बाद परिजनों ने उनके अंगदान करने का निर्णय लेकर उनको अमर कर दिया।

Updated: Jan 30, 2025, 11:51 AM IST

Photo Courtesy: DB
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जबलपुर| गोवा के मापुसा में एक सड़क दुर्घटना के बाद गंभीर रूप से घायल हुए जबलपुर के 25 वर्षीय गोविंद यादव को अस्पताल में ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। उनके परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं। इस कठिन समय में उनकी पत्नी ने साहसिक निर्णय लेते हुए डॉक्टरों और ऑर्गन डोनेशन टीम की सलाह पर उनके अंगदान की सहमति दी, जिससे पांच लोगों को नया जीवन मिला।

गोविंद, जो गोवा के बिचोलिम में एक कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करते थे, उनके अंगों को जरूरतमंद मरीजों तक पहुंचाने के लिए गोवा सरकार ने तीन ग्रीन कॉरिडोर बनाए। उनकी किडनी गोवा मेडिकल कॉलेज में भर्ती 36 वर्षीय महिला को ट्रांसप्लांट की गई, जबकि उनका हृदय मुंबई के एचएन रिलायंस हॉस्पिटल में 55 वर्षीय मरीज को दिया गया। उनका लिवर गुजरात के अहमदाबाद स्थित जाइडस अस्पताल भेजा गया, और फेफड़ों को दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल में ट्रांसप्लांट के लिए भेजा गया।

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इस मानवीय कार्य को पूरा करने के लिए गोवा मेडिकल कॉलेज, पुलिस, एंबुलेंस सेवा और स्थानीय प्रशासन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने गोविंद की पत्नी के इस साहसी फैसले की सराहना करते हुए उनके तीनों बच्चों की शिक्षा का जिम्मा अपने निजी ट्रस्ट के माध्यम से उठाने की घोषणा की।

इस घटना ने जहां गोविंद के परिवार को गहरा दुख पहुंचाया, वहीं उनके अंगदान से कई लोगों को नई जिंदगी मिली। उनके परोपकारी निर्णय ने उन्हें अमर कर दिया, और यह समाज के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गया।