MP में नहीं थम रहा चूहों का आतंक, इंदौर के बाद जबलपुर के अस्पताल में 2 मरीजों को कुतरा

जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मानसिक स्वास्थ्य वार्ड के दो मरीजों को चूहों ने पैरों में काट लिया। इससे पहले इंदौर एमवाय अस्पताल में भी नवजातों पर हमला हुआ था। परिजनों ने सफाई व्यवस्था पर गंभीर आरोप लगाए, जबकि प्रशासन ने जांच और पेस्ट कंट्रोल के आदेश दिए हैं।

Updated: Sep 16, 2025, 04:23 PM IST

जबलपुर। मध्य प्रदेश के अस्पतालों में चूहों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। इंदौर के एमवाय अस्पताल में चूहों ने दो नवजातों के हाथ कुतर दिए थे जिसकी वजह से उनकी मृत्यु हो गई थी। अब ऐसी ही घटना जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल से सामने आई है। अस्पताल के मानसिक स्वास्थ्य विभाग में भर्ती दो मरीजों के पैरों को चूहों ने कुतर दिया। घटना के बाद मरीजों के परिजनों में आक्रोश का माहौल है। उन्होंने हॉस्पिटल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। 

पहली घटना बीते 9 सितंबर की रात की बताई जा रही है, जब सीहोर निवासी 25 वर्षीय राजनी यादव को भर्ती किया गया था। इस दौरान उनके पैरों में अचानक जख्म दिखने लगे। जांच में पता चला कि वार्ड में घूम रहे चूहों ने उन्हें काटा है। जिसके बाद उन्हें तुरंत इंजेक्शन लगाया गया और डिस्चार्ज कर दिया गया।

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दूसरी घटना 50 वर्षीय महिला मरीज सरोज मेहरा के साथ हुई। उन्हें भी पैरों और एड़ियों में चूहों ने काट लिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि वार्ड में दिन और रात दोनों समय चूहे खुलेआम घूमते हैं। उनके मुताबिक, पहली घटना के बाद भी अस्पताल प्रशासन ने गंभीरता से कार्रवाई नहीं की, जिसकी वजह से दूसरी घटना हुई।

हॉस्पिटल प्रशासन ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य विभाग में फिलहाल रेनोवेशन का काम चल रहा है। जिसके कारण अस्थायी भवन में शिफ्ट किया गया है। हैरानी की बात ये है कि अस्पताल में स्वच्छता और पेस्ट कंट्रोल को लेकर गंभीर लापरवाही को अधिकारियों ने छोटी घटना करार दिया। अस्पताल के डीन डॉ. नवनीत सक्सेना ने पहले तो इसे छोटी घटना बताते हुए टालने की कोशिश की। लेकिन बवाल बढ़ता देख उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं।

अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि पेस्ट कंट्रोल के लिए ठेकेदार कंपनी को निर्देश दिए गए हैं साथ ही वार्डों की निगरानी भी बढ़ाई जाएगी। हालांकि, परिजन अस्पताल की सफाई व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जबलपुर की यह घटना ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में इंदौर के अस्पताल में भी चूहों द्वारा नवजातों पर हमले की खबर आई थी, जिस पर हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया था। लगातार सामने आ रहे ऐसे मामले प्रदेश के सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं।