मंदी से भारत भी अछूता नहीं रहेगा, 2023 मुश्किल भरा रहने वाला है: राहुल गांधी से बोले रघुराम राजन
भारत जोड़ो यात्रा में आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन शामिल हुए जिसके बाद राहुल गांधी ने राजन से बातचीत भी की जिसका वीडियो कांग्रेस पार्टी के ऑफिसियल ट्वीटर हैंडल पर अपलोड किया गया है।

सवाईमाधोपुर। राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल हुए भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि मंदी से भारत भी अछूता नहीं रहेगा। साल 2023 और ज्यादा मुश्किल भरा रहने वाला है। राहुल गांधी ने यात्रा के बीच रघुराम राजन से एक खेत में बने मकान की छत पर बातचीत किया।
आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के साथ बातचीत में राहुल गांधी ने भारत, अमेरिका और अन्य देशों में मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों, छोटे उद्योगों के सामने चुनौतियों, आर्थिक असमानता के बारे में उनके विचार पूछे। देश में चार-पांच उद्योगपति अमीर हो रहे हैं, बाकी देश के लोग पीछे हैं और उद्योगपतियों के एक समूह का एक अलग 'हिंदुस्तान' है, जबकि किसानों और अन्य लोगों का एक और 'हिंदुस्तान' है, राहुल गांधी की इस बात पर कि राजन ने कहा कि यह एक बड़ी समस्या है।
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— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 14, 2022
A discussion with Raghuram Rajan on ideas to make India a true global super-power.https://t.co/kRYglwAKmN pic.twitter.com/BnQbT1Vggv
रघुराम राजन ने कोरोना काल को लेकर कहा कि अमीरों को कोई परेशानी नहीं थी, निम्न वर्ग को राशन और अन्य चीजें मिलीं लेकिन निम्न मध्यम वर्ग को बड़ा नुकसान हुआ। नौकरियां नहीं थीं, बेरोजगारी बढ़ी। उन्होंने सुझाव दिया कि इस तबके के बारे में विचार करते हुए नीति बनानी चाहिए। गांधी ने कहा कि आजादी के बाद हरित क्रांति हुई, उसके बाद श्वेत क्रांति हुई और फिर कंप्यूटर क्रांति हुई तो अगली क्रांति क्या हो सकती है। इसका जवाब देते हुए राजन ने कहा कि सेवा क्षेत्र की क्रांति अगली क्रांति हो सकती है।
भारत की आर्थिक स्थिति पर उन्होंने कहा कि अगला साल मौजूदा साल से भी ज्यादा मुश्किल भरा रहने वाला है। उन्होंने कहा कि दुनिया में विकास धीमा होने जा रहा है और भारत पर भी इसकी मार पड़ने वाली है। उन्होंने कहा, 'निर्यात थोड़ा धीमा हो रहा है. भारत की मुद्रास्फीति की समस्या भी विकास के लिए नकारात्मक होने जा रही है। महामारी समस्या का हिस्सा थी और महामारी से पहले अर्थव्यवस्था धीमी हो रही थी। हमने वास्तव में ऐसे सुधार नहीं किए हैं जो विकास उत्पन्न करेंगे।'
रघुराम राजन ने कहा कि बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है और निजी क्षेत्र को आगे बढ़ाना होगा क्योंकि सभी को सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती। उन्होंने कहा कि अगर तकनीकी हस्तक्षेप बढ़ाया जाए तो कृषि क्षेत्र में नौकरियां सृजित की जा सकती हैं। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि छोटे और मध्यम स्तर के उद्योगों को बड़ा होने के लिए एक अनुकूल वातावरण और कारकों की आवश्यकता है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि भारत को जोड़ना है। इसपर राहुल गांधी ने कहा कि जब दुनिया में हर तरफ नफरत हो तो भारत रास्ता दिखा सकता है। यह हमारी संस्कृति, इतिहास और ताकत है।