MP: ठंड के बीच भोपाल में तेज बारिश के साथ गिरे ओले, जबलपुर-रीवा में सैंकड़ों क्विंटल धान-गेहूं भीगा

सतना और मैहर जिले में आज सुबह 6.30 बजे से गरज चमक के साथ तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने कहा कि बारिश खत्म होते ही शीतलहर और कोहरे का प्रकोप बढ़ेगा।

Updated: Dec 28, 2024, 01:16 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम ने करवट ले ली है। राज्यभर में ओले-बारिश का दौर शुरू हो गया है।  राजधानी भोपाल में शुक्रवार रात से हो रही बारिश शनिवार सुबह तक जारी रही। इसके बाद दोपहर 12.30 बजे तक बादले छाए रहे और बिजली की गड़गड़ाहट जारी रही। 12.30 बजे के बाद एक बार फिर मूसलाधार बारिश हो रही है। पानी के साथ ओले भी गिर रहे हैं।

जबलपुर शहर समेत संभाग के कई जिलों में शनिवार की सुबह मावठे की बारिश के साथ हुई। सुबह 7 बजे से शहर में तेज बौछारें पड़ना शुरू हुईं, वहीं कई बाहरी इलाकों में ओले गिरने की भी सूचना मिली है। जबलपुर में मावठे की बारिश और ओलावृष्टि से यहां पैदा होने वाली मटर की फसल को नुकसान का अंदेशा है। सतना और मैहर जिले में आज सुबह 6.30 बजे से गरज चमक के साथ तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने कहा कि बारिश खत्म होते ही शीतलहर और कोहरे का प्रकोप बढ़ेगा। ऐसे में लोगों को सावधानी रखने की आवश्यकता है।

ठंड के बीच बारिश और ओले की डबल अटैक से किसानों को खासी परेशानी हो रही है। बारिश की वजह से रायसेन के दशहरा मैदान में ट्रैक्टर ट्रॉलियों में धान लेकर आए किसान परेशान रहे। रात भर किसान तिरपाल पकड़कर बैठे रहे, ताकि धान को खराब होने से बचा सकें। वहीं, रीवा के करहिया और जबलपुर में भी सैकड़ों बोरी धान-गेहूं बारिश में भीग गया है।

मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में प्रदेश के कई जिलों में मौसम बदलने की संभावना जताई है। कटनी,पचमढ़ी, हरदा, सागर, खजुराहो, पन्ना, जबलपुर में आकाशीय बिजली चमकने के साथ ओले गिरने और 50 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से आंधी चलने का अलर्ट है। साथ ही उत्तरी बैतूल में बारिश की संभावना है।

भोपाल, रायसेन के भीमबेटका, दमोह, रीवा, मऊगंज, चित्रकूट, मैहर, बैतूल, सीहोर, विदिशा, सांची, ओंकारेश्वर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, टीकमगढ़, भिंड, सीधी, सिंगरौली, बांधवगढ़, शहडोल और अनूपपुर में भी मौसम बदला रहेगा। यहां भी बारिश होने की उम्मीद है।

मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश में मावठे की बारिश की पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया था कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से तेजी से आ रही नमी और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के साथ सक्रिय हुए साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से एमपी में बारिश हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक कई संभागों में ओले गिरने के साथ 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। किसानों की कई फसलों के लिए मावठे की बारिश चिंता का सबब बन गई है।