बेंगलुरु में बना देश का पहला वातानुकूलित रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं
देश के पहले केंद्रीकृत वातानुकूलित रेलवे स्टेशन का नाम भारत रत्न सर एम. विश्वेश्वरैया के नाम पर रखा गया है
दिल्ली। भारत का पहला सेंट्रलाइज्ड एयर कंडीशन्ड रेलवे टर्मिनल बेंगलुरू में तैयार किया गया है। इस केंद्रीकृत वातानुकूलित रेलवे स्टेशन का नाम भारत रत्न भारतीय सिविल इंजीनियर सर एम. विश्वेश्वरैया के नाम पर रखा गया है। यह स्टेशन लगभग तैयार हो चुका है। बहुत जल्द ही इसका परिचालन शुरू कर दिया जाएगा।
इस एसी रेलवे स्टेशन को तमाम आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है। इस रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को बिल्कुल एयरपोर्ट जैसा एहसास होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सेंट्रलाइज्ड एसी टर्मिनल को तैयार करने में करीब 314 करोड़ रुपये की लागत आई है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर बताया है कि "रेलवे द्वारा विश्वस्तरीय सुविधा देने की प्रतिबद्धता का एक और उदाहरण बेंगलुरु का सेंट्रलाइज एसी रेलवे टर्मिनल है, जिसे भारत रत्न एम.विश्वेश्वरैया जी का नाम दिया गया है"
A Sight To Behold: India's 1st centralised AC terminal in Bengaluru, named after Sir M Visvesvaraya.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) March 22, 2021
रेलवे द्वारा विश्वस्तरीय सुविधाएं देने की प्रतिबद्धता का एक और उदाहरण, बेंगलुरु का सेंट्रलाइज़ एसी रेलवे टर्मिनल है, जिसे भारत रत्न एम.विश्वेश्वरय्या जी का नाम दिया गया है। pic.twitter.com/tLrnZjLpF6
भारत का पहला एसी रेलवे टर्मिनल बेंगलुरु के बैयापनहल्ली इलाके में बनाया गया है। माना जा रहा है कि इस स्टेशन के शुरू होने के बाद केएसआर बेंगलुरू और यशवंतपुर स्टेशन पर कम भीड़ होगी। देश के पहले एसी रेलवे स्टेशन की शुरुआत के साथ ही बेंगलुरू तक ज्यादा एक्सप्रेस ट्रेन चलाई जा सकेंगी। इसका फलस्वरूप कर्नाटक के ज्यादातर जिले रेल लाइन के जरिए राजधानी बेंगलुरू से जुड़ सकेंगे।
गौरतलब है कि रेल मंत्रालय देशभर के कई स्टेशनों के नवीनीकरण का काम कर रहा है। ये स्टेशन सभी सुविधाओं से लैस होंगे और हवाई अड्डे जैसे भव्य तैयार किए जाएंगे। रेलवे ने हाल ही में बताया कि देशभर में 123 रेलवे स्टेशनों पर नवीनीकरण का काम चल रहा है। जिसमें से भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम 63 स्टेशनों पर काम कर रहा है। रेल मंत्रालय के अनुसार रियल एस्टेट विकास के साथ साथ 123 रेलवे स्टेशनों के नवीनीकरण के लिए कुल निवेश 50,000 करोड़ रुपए है। मध्यप्रदेश में हबीबगंज और ग्वालियर स्टेशनों में भी व्यापक पैमाने पर नवीनीकरण का काम किया जा रहा है।