चमत्कारी दवा से दस मिनट में ठीक होने का दावा करने वाले व्यक्ति की हुई मौत

आंध्र प्रदेश के नेल्लौर ज़िले के रहने वाले थे रिटायर्ड हेडमास्टर एन कोटैया, आयुर्वेदिक दवा के कारण कोरोना से ठीक होने का किया था दावा, सोमवार को अस्पताल में तोड़ दिया दम

Publish: Jun 01, 2021, 04:43 AM IST

Photo Courtesy: Aaj Tak.in
Photo Courtesy: Aaj Tak.in

नेल्लौर। आंध्र प्रदेश के नेल्लौर ज़िले के रहने वाले रिटायर्ड हेडमास्टर एन कोटैया का सोमवार को कोरोना के कारण निधन हो गया। रिटायर्ड हेडमास्टर ने ही चमत्कारी दवा से दस मिनट के भीतर ठीक होने का दावा किया था। कुछ दिनों पहले मृतक ने अपने एक वायरल वीडियो में दावा किया था कि एक आयुर्वेदिक डॉक्टर की चमत्कारी दवा लेने के दस मिनट के भीतर उनका ऑक्सीजन लेवल स्थिर हो गया। 

शुक्रवार शाम को एन कोटैया की हालत बिगड़ गई। जिसके बाद रिटायर्ड हेडमास्टर को स्थानीय ज़िला अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोमवार सुबह को रिटायर्ड हेडमास्टर की मौत हो गई। कोटैया की मौत के बाद उनकी तर्ज पर चमत्कारी दवा लेने वाले लोगों में हड़कंप मच गया है। 

दरअसल हाल ही में एक वायरल वीडियो में कोटैया को यह दावा करते हुए देखा गया था कि उन्होंने नेल्लौर ज़िले के कृष्णपटनम गांव में हर्बल आई ड्रॉप बेचने वाले आयुर्वेदिक डॉक्टर बी अनांदैया से आई ड्रॉप ली थी। जिसे लेने के दस मिनट के भीतर ही उनका ऑक्सीजन लेवल स्थिर हो गया। रिटायर्ड हेडमास्टर द्वारा यह दावा किए जाने के बाद बड़ी संख्या में लोग आयुर्वेदिक डॉक्टर से उनकी चमत्कारी दवा लेने पहुंच गए। लेकिन कोटैया की मौत ने डॉक्टर की दवा की पोल खोल दी। अब कोरोना से बचाव के लिए दवा लेने वाले लोगों में दहशत का माहौल पनप गया है। 

वहीं लोगों को आयुर्वेदिक दवाओं का इलाज करने वाली आनंदैया की टीम के तीन लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 20 से ज़्यादा लोगों के सैंपल भी लिए गए हैं। दूसरी तरफ आंध्र प्रदेश की जगन मोहन रेड्डी सरकार ने इस चमत्कारी दवा के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। राज्य सरकार ने यह फैसला सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक स्टडीज की रिपोर्ट के आधार पर लिया है। जिसमें इस दवा से किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट्स न होने की बात कही गई है। लेकिन साथ ही में यह भी कहा गया है कि इस दवा को कोरोना के इलाज के लिए उपयोग में नहीं लाया जा सकता।