कांग्रेस के बिना कोई भी गठबंधन सफल नहीं हो सकता, राष्ट्रीय अधिवेशन में विपक्षी एकता पर होगी चर्चा: जयराम रमेश

कांग्रेस पार्टी अपनी राष्ट्रीय अधिवेशन में राज्यों में गठबंधन के साथ-साथ 2024 के आम चुनाव पर भी चर्चा करेगी, भारत जोड़ो यात्रा से हमें जो ऊर्जा मिली है, हम उसे ही आगे बढ़ाने जा रहे हैं: जयराम रमेश

Updated: Feb 19, 2023, 11:54 AM IST

नई दिल्ली। 24 फरवरी से शुरू हो रहे तीन दिवसीय पूर्ण अधिवेशन से पहले कांग्रेस ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस अधिवेशन के बारे में जानकारी दी। पार्टी नेता वेणुगोपाल ने कहा कि 2024 के संसदीय चुनावों को लेकर यह अधिवेशन मील का पत्थर होगा। इस पूर्ण सत्र में भाग लेने के लिए लगभग 15,000 प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। वहीं पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि राष्ट्रीय अधिवेशन में विपक्षी एकता पर चर्चा होगी।

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, "इस अधिवेशन की ख़ास बात यही है कि यह 'भारत जोड़ो यात्रा' के बारे में हैं। हम मानते हैं कि विपक्ष की एकता जरूरी है, लेकिन विपक्ष की एकता के लिए 'भारत जोड़ो यात्रा' नहीं निकाली गई। हालांकि, विपक्ष की एकता यात्रा का परिणाम जरूर हो सकती है। भारत जोड़ो यात्रा' से हमें जो ऊर्जा मिली है, हम उसे ही आगे बढ़ाने जा रहे हैं। इस अधिवेशन में हम राजनीति, यूथ, SC-ST और सोशल जस्टिस से जुड़े अहम प्रस्ताव लाने जा रहे हैं।"

जयराम रमेश ने आगे कहा कि, "लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में चर्चा की जाएगी एवं आगे का रुख तय किया जाएगा। कांग्रेस के बिना कोई भी गठबंधन विफल हो जाएगा और विपक्ष में कोई भी गठबंधन कांग्रेस के बिना सफल नहीं हो सकता। पार्टी अपनी पूर्ण बैठक में राज्यों में गठबंधन के साथ-साथ 2024 के आम चुनाव पर भी चर्चा करेगी। यह झूठा प्रचार है कि कांग्रेस गठबंधन के विचार के खिलाफ है, हम केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार और पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में गठबंधन में हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस समान विचारधारा वाली पार्टियों को साथ लेने की कोशिश कर रही है और बजट सत्र में विपक्ष ने संयुक्त रूप से कुछ को छोड़कर अडानी हिंडनबर्ग रिपोर्ट में जेपीसी की मांग की है। जयराम ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान का भी स्वागत किया कि कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी को बिना किसी देरी के विपक्षी एकता पर फैसला लेना चाहिए। दरअसल, नीतीश कुमार ने कहा था कि अगर कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल मिलकर चुनाव लड़ें तो अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 100 से कम सीटें मिलेंगी।