पंडित जवाहरलाल नेहरू एक सोच हैं, स्वतंत्रता, प्रगति और न्याय की: राहुल गांधी

सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल समेत पार्टी के कई नेता दिल्ली में शांतिवन पहुंच कर पंडित जवाहरलाल नेहरू को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।

Updated: Nov 14, 2023, 12:33 PM IST

नई दिल्ली। आधुनिक भारत के शिल्पकार व देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की आज जयंती है। इस मौके पर उन्हें पूरा देश याद कर रहा है। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल समेत पार्टी के कई नेता दिल्ली में शांतिवन पहुंचकर पंडित जवाहरलाल नेहरू को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पंडित नेहरू को याद करते हुए एक ट्वीट में लिखा, “पंडित जवाहर लाल नेहरू एक सोच हैं - स्वतंत्रता की, प्रगति की, न्याय की। भारत माता को आज अपने 'हिंद के जवाहर' के इन्हीं मूल्यों की ज़रूरत है, एक विचारधारा की तरह, हर दिल में।”

वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्विटर पोस्ट में कहा, ''नागरिकता देश की सेवा में है। पंडित जवाहरलाल नेहरू, आधुनिक भारत के निर्माता, लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी व हमारे प्रेरणास्रोत, भारत को शून्य से शिखर तक ले जाने वाले पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की जयंती पर श्रद्धांजलि। उनके प्रगतिशील विचारों ने सभी चुनौतियों के बावजूद भारत के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाया और देश के लोगों को बिना किसी भेदभाव के, देश को हमेशा पहले रखते हुए, हर पल एक साथ रहने के लिए प्रोत्साहित किया।"

कांग्रेस के कद्दावर नेता व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने लिखा कि, 'स्वतंत्रता के पूर्व और पश्चात की भारतीय राजनीति के सबसे प्रमुख गांधीवादी नेता, भारत को एक सम्प्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, और लोकतान्त्रिक गणतन्त्र बनाने के शिल्पकार, देश के प्रथम प्रधानमंत्री भारत रत्न पंडित जवाहर लाल नेहरू जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।'

बता दें कि 4 नंवबर, 1889 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म हुआ था। उनके पिता पंडित मोतीलाल नेहरू कांग्रेस पार्टी के सदस्य थे। पंडित नेहरू की इच्छा थी कि वह बतौर वकील प्रैक्टिस करें, लेकिन वह कुछ दिनों तक ही प्रैक्टिस कर सके। उन दिनों महात्मा गांधी ने देश में आजादी का आंदोलन छेड़ रखा था। महात्मा गांधी द्वारा चलाए जा रहे आजादी के आंदोलन से नेहरू इतने प्रभावित हुए कि वे भी आजादी के आंदोलन में उनके के साथ जुड़ गए। पंडित नेहरू आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। उनका निधन 27 मई, 1964 को हुआ था।