नर्सिंग घोटाले में शिवराज-सारंग की संलिप्तता, CBI उन्हें भी जांच के दायरे में ले: दिग्विजय सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि जब पूरा देश कोरोना से जूझ रहा था उस समय चिकित्सा शिक्षा विभाग ने 300 फर्जी नर्सिंग कॉलेजों को नियमविरुद्ध मान्यता दी।
भोपाल। मध्य प्रदेश में बहुचर्चित नर्सिंग महाघोटाले में एक के बाद एक नई परतें खुल रही है। घोटाले की जांच कर रहे सीबीआई अफसरों की संलिप्तता उजागर होने के बाद अब कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इसी बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि इस घोटाले में पूर्व सीएम शिवराज और तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग की संलिप्तता है। उन्होंने सीबीआई से दोनों नेताओं को जांच के दायरे में लेने की मांग की है।
दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि मध्य प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा विभाग भ्रष्ट विभाग बन चुका है। पहले व्यापमं फिर व्यापमं 2, फिर नर्सिंग और पैरामेडिकल घोटाला हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि जब पूरा देश कोरोना से जूझ रहा था उस समय तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने 300 फर्जी नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दी। नियम के अनुसार कॉलेज के लिए 23 हजार स्वायर फीट का परिसर, 100 बेड का अस्पताल और शिक्षकों का नर्सिंग काउंसिल में रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। लेकिन नियमों को ताक पर रखकर नए नर्सिंग कॉलेज खोल दिए गए। जबकि नियम राजपत्र में प्रकाशित किए गए थे।
सिंह ने आरोप लगाया कि उस समय नर्सिंग कॉलेज खोलने के लिए काउंटर खुल गया था... "पैसा दो और मंजूरी लो।" सिंह ने कहा, 'कुछ लोगों ने ग्वालियर हाईकोर्ट में पिटीशन लगाया कि जितनी अहर्ताएं थी उसका उल्लंघन किया गया। फर्जी माइग्रेंट फैकल्टी नियुक्त किए गए। उनसे ये तक नहीं पूछा की डिग्री है की नहीं। इस मामले में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट को मैं बधाई देता हूं जिन्होंने ये केस CBI को भेजा। लेकिन इन लोगों ने सीबीआई के अधिकारियों को भी पटा लिया। सीबीआई ने अपने अफसरों के खिलाफ न केवल करवाई की बल्कि उन्हें बर्खास्त कर दिया। लेकिन हमारी सरकार के अबतक सिर्फ एक व्यक्ति पर कार्रवाई की है।'
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सीबीआई को बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने कम से कम एक प्रकरण में सख्ती से कार्रवाई की जिससे लगा की सीबीआई भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। उन्होंने मांग करते हुए कहा की सीबीआई में ही ईमानदार अधिकारियों की टीम बनाई जाए और सीटिंग जज के नियंत्रण में जांच की जाए। साथ ही व्यापम के जो केस क्लोज हुए उनका भी जांच की जाए। क्योंकि सीबीआई ने बहुत सारे व्यापम के केस राज्य पर छोड़ दिए थे। उन्हें भी जांच में लेना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि नर्सिंग घोटाले में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन्हें भी जांच की दायरे में लेना आवश्यक है। साथ ही वाइस चांसलर, रजिस्ट्रार और नर्सिंग काउंसिल के सदस्यों को भी जांच के दायरे में लेने की आवश्यकता है।
पीएम मोदी के ध्यान को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि मोदी जी ध्यान उसी दिन लगाते हैं जब वाराणसी में वोट पड़ रहे होते हैं। यही साल 2019 के चुनाव में भी केदारनाथ में ध्यान किया था। अब कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरिया पर कर रहे हैं। मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि शिकागो के कॉन्फ्रेंस विवेकानंद जी ने जो धर्म की व्याख्या की थी उसे पढ़ लें। मोदी जी को ये नाटक-नौटंकी छोड़ देना चाहिए। सिंह ने यह भी कहा कि हमें देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की बात पर गौर करना चाहिए। उन्होंने कहा है कि चुनाव में इतनी हल्की और गंदे शब्दों का प्रयोग आजतक किसी प्रधानमंत्री ने नहीं की।
सिंह ने सीएम मोहन यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें समझना चाहिए कि वे अब विद्यायक नहीं हैं, मुख्यमंत्री बन गए हैं। हम तो भाजपा से नहीं पूछते की पर्ची निकालकर मोहन यादव को क्यों सीएम बना दिया। सागर के बड़ोदिया नोनागिर में जो घटना हुई वहां दो मंत्रियों को लेकर गए थे। हम पूछना चाहते हैं कि वे वहां सहानुभूति जताने गए थे की पीड़ित परिवार को धमकाने गए थे।
सिंह ने लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले लड़की का यौन शोषण होता है, फिर दबाव डाला जाता है कि केस वापस लो, नहीं माना तो भाई का मर्डर कर दिया। यौन शोषण का आरोपी अंकित सिंह BJYM का अधिकारी है। उसके ऊपर कोई करवाई नहीं हो रही है। राज्य सरकार ने युवती से वादा किया था कि हम सरकारी नौकरी देंगे, नौकरी to नहीं दी लेकिन हत्या हो गई। दलितों के साथ ये अत्याचार उस जिले में हो रहा है जहां 100 करोड़ की लागत से संत रविदास का मंदिर बन रहा है। मैं पीएम मोदी से कहूंगा कि अपने बाहुबलियों को समझाइए। मंदिर बनाने का ऐलान कर आपने जो संदेश दिया वो समाप्त हो रहा है। मंदिर से SC-ST वर्ग का भला नहीं होगा।