प्रेस कॉन्फ्रेस में BJP की वॉशिंग मशीन लेकर पहुंचे पवन खेड़ा, मिनटों में धुल गए भ्रष्टाचार और घोटालों के दाग

पवन खेड़ा ने कहा कि NCP नेता प्रफुल्ल पटेल इसके जीते-जागते उदाहरण हैं। भाजपा ने उन पर अरबों रुपए के घोटाले का आरोप लगाया। जब वे NCP को तोड़कर भाजपा के साथ गए तो उनके सारे दाग साफ हो गए।

Updated: Mar 30, 2024, 06:13 PM IST

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले इनकम टैक्स द्वारा बैंक खाते फ्रीज किए जाने और रिकवरी नोटिस तक कांग्रेस पार्टी केंद्र की भाजपा सरकार पर हमलावर है। इसी क्रम में शनिवार को कांग्रेस ने एक दिलचस्प अंदाज में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसी पीसी में कांग्रेस नेता BJP का वॉशिंग मशीन लेकर पहुंचे और उन्होंने भ्रष्टाचार और घोटालों के दाग को मिनटों में धुलने का डेमो दिया।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सामने टेबल पर वॉशिंग मशीन रखी थी। इस पर BJP वॉशिंग मशीन लिखा हुआ था। उन्होंने एक डिटर्जेंट का पैक दिखाते हुए कहा कि मशीन के साथ-साथ ये कमाल मोदी वॉशिंग पावडर का भी है। इसपर पीएम मोदी की तस्वीर छपी थी। खेड़ा ने इस दौरान एक गंदी दिखने वाली टी-शर्ट का यूज किया, जिस पर 'घोटाला, भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी' जैसे शब्द लिखे हुए थे। इसके बाद एक सहयोगी की मदद से टी-शर्ट को वॉशिंग मशीन में डाला और फिर उसे स्टार्ट किया। अगले ही मिनट मशीन के भीतर से एक साफ टी-शर्ट निकाली, जिस पर 'बीजेपी' लिखा हुआ था।

खेड़ा ने एक पेपर जारी करके आरोप भी लगाया कि विपक्ष के नेताओं को डराने धमकाने के लिए CBI, ED और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। हम ऐसी वॉशिंग मशीन न आपको बेच पाएंगे और न आप खरीद पाएंगे, क्योंकि 8,552 करोड़ की मशीन केवल एक ही आदमी रख सकता है, उसका नाम नरेंद्र मोदी है।

कांग्रेस नेता ने विपक्ष के 51 केस गिनाए जिस पर कार्रवाई हो रही है। इसके अलावा उन्होंने 20 केस ऐसे गिनाए, जिनमें सत्ता पक्ष और उसके करीबी पार्टियों के नेताओं पर केस दर्ज हैं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। खड़गे ने जिन नेताओं के बारे में कहा है उनके मुकुल रॉय, सुवेंदु अधिकारी, मिथुन चक्रवर्ती, सोवन चटर्जी, वायएस चौधरी, जगन रेड्‌डी का नाम भी है।

पवन खेड़ा ने कहा कि NCP नेता प्रफुल्ल पटेल इसके जीते-जागते उदाहरण हैं। भाजपा ने उन पर अरबों रुपए के घोटाले का आरोप लगाया। जब वे NCP को तोड़कर भाजपा के साथ गए तो उनके सारे दाग साफ हो गए। असम के CM हिमंता सरमा की भी कुछ यही कहानी है।