राहुल गांधी नहीं होंगे कांग्रेस अध्यक्ष, अब गांधी परिवार के बाहर पार्टी अध्यक्ष की तलाश में कांग्रेस: सूत्र

कांग्रेस के तमाम नेता राहुल गांधी से पार्टी का कमान संभालने का अनुरोध कर रहे हैं, हालांकि, राहुल गांधी साल 2019 में लिए अपने फैसले पर कायम हैं, कुछ लोगों ने विकल्प के तौर पर प्रियंका गांधी का नाम आगे बढ़ाया था, लेकिन अब गांधी परिवार से बाहर का अध्यक्ष ढूंढा जा रहा है

Updated: Aug 21, 2022, 03:30 AM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा, इस पर फिलहाल कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिख रहे हैं और पार्टी के भीतर ऊहापोह की स्थिति है। दरअसल, पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से सोनिया गांधी पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रही हैं, लेकिन अब सोनिया गांधी समेत कांग्रेस के ज्यादातर नेताओं की राय है कि 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए राहुल गांधी को अध्यक्ष पद संभालना चाहिए। हालांकि राहुल गांधी अपने फैसले पर कायम हैं और उन्होंने अध्यक्ष बनने से साफ इनकार कर दिया है।

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी एक बार फिर से अध्यक्ष बनने के लिए राजी नहीं हैं। उन्हें मनाने की तमाम कोशिशें भी विफल साबित हुई हैं। मौजूदा अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी स्वास्थ्य कारणों से फिर से अध्यक्ष बनने से इनकार किया है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी के अधिकांश नेता अध्यक्ष पद के लिए प्रियंका गांधी की ओर देख रहे हैं। उनका मानना है कि गांधी परिवार का ही कोई सदस्य पार्टी को बेहतर चला सकता है। वहीं उत्तर प्रदेश की प्रभारी के तौर पर उनका प्रदर्शन भी कई लोगों के दिमाग में है।

यह भी पढ़ें: अब तक हमने पांच मारे हैं, कार्यकर्ताओं को खुली छूट दे रखी है, मॉब लिंचिंग में BJP नेता ने स्वीकारी संलिप्तता

हालांकि, प्रियंका भी इस पद को स्वीकार करने के लिए राजी नहीं हैं। ऐसे में अब गांधी परिवार के बाहर अध्यक्ष ढूंढने की कवायद भी शुरू हो गई है।अध्यक्ष पद के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम कि सर्वाधिक चर्चा हो रही है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक गहलोत के नाम पर गांधी परिवार को भी शायद ही कोई आपत्ति हो। हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि गहलोत मुख्यमंत्री पद का छोड़कर अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए इच्छुक नजर नहीं आते। गहलोत के अलावा मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खरगे, कुमारी सैलजा, अंबिका सोनी और कुछ अन्य नामों पर भी विचार किया जा सकता है।

कांग्रेस के वरिष्ठ अन्य नेता ने कहा कि राहुल गांधी के अध्यक्ष नहीं बनने की स्थिति में एक विकल्प यह भी हो सकता है कि सोनिया गांधी अगले लोकसभा चुनाव तक अध्यक्ष पद पर बनी रहें और दो-तीन वरिष्ठ नेताओं को कार्यकारी अध्यक्ष अथवा उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जाए। हालांकि, पार्टी नेताओं ने नेतृत्व संकट की बात को नकारा है। उन्होंने कहा कि संकट जैसी कोई स्थिति नहीं है, हम जो भी करेंगे आम सहमति से करेंगे।

राहुल गांधी केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस के अभियान का नेतृत्व करना जारी रखे हुए हैं। वह सितंबर में एक देशव्यापी पदयात्रा का नेतृत्व करने को तैयार हैं और कन्याकुमारी से ‘भारत जोड़ी यात्रा’ शुरू करेंगे। कांग्रेस नेताओं के मुताबिक 7 सितंबर से शुरू हो रही इस पदयात्रा के बाद राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस की वापसी होगी। यह पदयात्रा 12 राज्यों और 2 केंद्रशासित प्रदेशों से होकर गुजरेगा।