नहीं रहे राजस्थान के पहले दलित सीएम जगन्नाथ पहाड़िया, प्रदेश में राजकीय शोक का ऐलान

करीब 13 महीने तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे जगन्नाथ पहाड़िया का 93 साल की उम्र में कोरोना से निधन, बिहार और हरियाणा के राज्यपाल भी रहे हैं पहाड़िया

Updated: May 20, 2021, 07:21 AM IST

Photo Courtesy: Firstpost
Photo Courtesy: Firstpost

जयपुर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता व राजस्थान के पहले दलित मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया का निधन हो गया। पहाड़िया कोरोना वायरस से संक्रमित थे। कल रात 93 साल की उम्र में उन्होंने दिल्ली के एक निजी अस्पताल में आखिरी सांसें ली। उनकी पत्नी फिलहाल अस्पताल में ही भर्ती हैं। पहाड़िया के निधन से राजस्थान में एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। उनके निधन पर पीएम मोदी, सीएम गहलोत, सचिन पायलट समेत कई दिग्गजों ने शोक व्यक्त किया है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, 'प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री जगन्नाथ पहाड़िया जी के निधन की खबर बेहद दुखद है। श्री पहाड़िया ने मुख्यमंत्री के रूप में, राज्यपाल के रूप में, केंद्रीय मंत्री के रूप में लम्बे समय तक देश की सेवा की, वे देश के वरिष्ठ नेताओं में से थे। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री जगन्नाथ पहाड़िया जी के निधन की खबर बेहद दुखद है। श्री पहाड़िया ने मुख्यमंत्री के रूप में, राज्यपाल के रूप में, केंद्रीय मंत्री के रूप में लम्बे समय तक देश की सेवा की, वे देश के वरिष्ठ नेताओं में से थे।' 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए लिखा, 'जगन्नाथ पहाड़िया के निधन से दुखी हूं  उन्होंने अपने लंबे राजनीतिक एवं प्रशासनिक करियर में सामाजिक सशक्तिकरण में उल्लेखीय योगदान दिया था।' 

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने लिखा, 'पूर्व राज्यपाल व राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री श्री जगन्नाथ पहाड़िया जी के निधन का दुखद समाचार मिला। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में उच्च पदों पर रहकर प्रदेश एवं देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया। ईश्वर दिवंगत आत्मा को श्री चरणों में स्थान दे व परिजनों को संबल प्रदान करें।' 

राज्य सरकार ने पहाड़िया के सम्मान में एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। इस दौरान सभी कार्यालयों में अवकाश रहेगा साथ ही राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। आज मंत्रिमंडल की बैठक भी होनी है जिसमें पहाड़िया के निधन पर शोकाभिव्यक्ति होगी। उनकी अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ किया जाएग। 

पहाड़िया अपने राजनीतिक करियर में चार बार सांसद व चार बार विधायक चुने गए थे। करीब 13 महीने राजस्थान का सीएम रहने के दौरान ही उन्होंने राज्य में संपूर्ण शराबबंदी लागू की थी। वे इंदिरा गांधी और संजय गांधी के बेहद करीबी माने जाते थे। इंदिरा गांधी कैबिनेट में भी उन्हें शामिल होने का मौका मिला था। साल 1989 में उन्हें बिहार का राज्यपाल बनाया गया था। वहीं 2009 से लेकर 2014 तक वे हरियाणा के राज्यपाल रहे थे।