युद्ध 2 महीने चले या 5 साल तक, सेना को पूरी तरह तैयार रहना चाहिए, महू में बोले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

राजनाथ सिंह ने कहा कि सिर्फ सैनिकों की संख्या या हथियारों का भंडार अब युद्ध जीतने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। भविष्य के युद्ध तकनीक, खुफिया जानकारी, अर्थव्यवस्था और कूटनीति का संयुक्त खेल होंगे।

Updated: Aug 28, 2025, 10:14 AM IST

महू। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना को लंबे युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा है। मध्य प्रदेश के महू में आयोजित ‘रण संवाद’ में बुधवार को उन्होंने कहा कि युद्ध 2 महीने, 4 महीने, एक साल, 2 साल या 5 साल तक चले, हमें पूरी तरह तैयार रहना चाहिए।

रक्षामंत्री ने कहा कि सिर्फ सैनिकों की संख्या या हथियारों का भंडार अब युद्ध जीतने के लिए पर्याप्त नहीं है। भविष्य के युद्ध तकनीक, खुफिया जानकारी, अर्थव्यवस्था और कूटनीति का संयुक्त खेल होंगे। साइबर युद्ध, एआई, ड्रोन और सैटेलाइट आधारित निगरानी भविष्य के युद्धों को आकार दे रहे हैं।

राजनाथ सिंह ने कहा कि आधुनिक युद्ध बाहरी अंतरिक्ष और साइबरस्पेस तक फैल गए हैं। सैटेलाइट सिस्टम, एंटी-सैटेलाइट हथियार और स्पेस कमांड सेंटर नई शक्ति के उपकरण हैं। इसलिए, आज हमें केवल रक्षात्मक तैयारी की नहीं, बल्कि एक सक्रिय रणनीति की भी आवश्यकता है।

रक्षा मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सिर्फ सैन्य मामला नहीं रह गया। यह पूरे राष्ट्र के दृष्टिकोण का मुद्दा है। रक्षा मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए तीनों सेनाओं की सराहना करते हुए कहा कि यह भारत के स्वदेशी प्लेटफार्मों, उपकरणों और हथियार प्रणालियों की सफलता का बड़ा उदाहरण है। भारत किसी की जमीन नहीं चाहता, लेकिन अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है।

सिंह ने कहा कि साल 2027 तक सभी सैन्य जवानों को ड्रोन टेक्नोलॉजी आधारित ट्रेनिंग दी जाएगी। रण संवाद के समापन सत्र को सीडीएस जनरल अनिल चौहान, एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह और नेवी चीफ एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने भी संबोधित किया। दो दिन के रण संवाद में 12 सेशन हुए। इनमें 450 सैन्य अधिकारी मौजूद रहे। पहली बार तीनों सेनाओं का संयुक्त सेमीनार हुआ।