सरकार कदम उठाए वरना हम एक्शन लेंगे, मणिपुर की घटना पर सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी

संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत से पहले संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए पीएम ने कहा कि मणिपुर की यह घटना 140 करोड़ देशवासियों के लिए शर्मनाक है और दोषियों को कतई बक्शा नहीं जाएगा।

Updated: Jul 20, 2023, 04:03 PM IST

नई दिल्ली। मणिपुर में दो महिलाओं के निर्वस्त्र वीडियो पर सुप्रीम कोर्ट ने चिंता जताई है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से कहा कि हम वीडियो देखकर बहुत डिस्टर्ब हैं। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो वरना हम एक्शन लेंगे। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद पीएम मोदी ने भी मणिपुर मामले में पहली बार चुप्पी तोड़ी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम दोषियों को कतई नहीं बख्शेंगे।

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया और केंद्र से जवाब मांगा है। कोर्ट केंद्र और मणिपुर से पूछा है कि इस मामले में क्या कदम उठाए गए हैं? CJI ने कहा कि लोकतंत्र में ये स्वीकार्य नहीं है. इस मामले में अगले शुक्रवार सुनवाई होगी। सीजेआई ने कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं की जा सकती। महिलाओं के अधिकारों को लेकर इस प्रकार की घटना अंतर- आत्मा को हिला देने वाली है। ये संविधान के अधिकारों का हनन है।

सीजेआई ने गुरुवार को कहा कि मणिपुर में एक महिला पर यौन उत्पीड़न और हिंसा के संबंध में कल सामने आए वीडियो से अदालत बहुत परेशान है। मीडिया में दिखाई देने वाले दृश्य घोर हिंसा और मानवाधिकारों के उल्लंघन का संकेत देते हैं। ऐसे माहौल में हिंसा के साधन के रूप में महिलाओं का उपयोग अस्वीकार्य है। हमारा विचार है कि अपराधियों को पकड़ने के लिए उठाए गए कदमों से अदालत को अवगत कराया जाना चाहिए। साथ ही भविष्य में ऐसा ना हो ये सुनिश्चित करें। मामले में अगली सुनवाई 28 जुलाई को होगी।

करीब 80 दिनों से हिंसा की आग में जल रहे मणिपुर को लेकर आज आखिरकार पीएम मोदी ने भी चुप्पी तोड़ दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई वीभत्स वारदात को देश की 140 करोड़ जनता के लिए शर्मनाक बताते हुए कहा है कि वे इस घटना से पीड़ा और क्रोध से भरे हुए हैं और मणिपुर की घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मनाक घटना है।

संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत से पहले संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह घटना 140 करोड़ देशवासियों के लिए शर्मनाक है और दोषियों को कतई बक्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने राज्यों में कानून व्यवस्था को ठीक करने और महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की अपील भी की है।