देश देख रहा है, एक अकेला कितनों पर भारी है, मोदी-अडानी भाई-भाई के नारों के बीच बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी के भाषण के बीच विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा में ‘मोदी-अडानी’ ‘भाई-भाई’ के अलावा ‘अडानी पर मुंह तो खोलो, कुछ तो बोलो, कुछ तो बोलो’ और ‘अडानी पर जवाब दो, जवाब दो’ के नारे भी जमकर लगाए।

Updated: Feb 09, 2023, 01:52 PM IST

नई दिल्ली। राज्यसभा में आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देने आए पीएम मोदी के भाषण के दौरान जमकर बवाल हुआ। अडानी मामले पर जेपीसी जांच की मांग कर रही कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने पीएम मोदी का भाषण शुरू होते ही 'मोदी-अडानी भाई-भाई' के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस आकस्मिक हमले से सकपकाए पीएम को थोड़ी देर के लिए अपना भाषण रोकना पड़ा। हालांकि, बाद में उन्होंने सीना ठोकते हुए कहा कि आज देश देख रहा है, एक अकेला कितनों पर भारी है।

गुरुवार दोपहर जैसे ही उच्च सदन में पीएम मोदी का भाषण शुरू हुआ कांग्रेस समेत विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। विपक्ष के नेता ‘मोदी-अडानी’ ‘भाई-भाई’ के नारे लगा रहे थे। इसके अलावा विपक्षी सांसदों ने ‘अडानी पर मुंह तो खोलो, कुछ तो बोलो, कुछ तो बोलो’ और ‘अडानी पर जवाब दो, जवाब दो’ के नारे भी जमकर लगाए। विपक्षी के इस हमले से एकबारगी पीएम घबरा गए और उन्हें अपना भाषण बीच में ही रोकना पड़ा। फिर भी जब नारेबाजी जारी रही तो पीएम को उसी शोर के बीच अपना भाषण देना पड़ा।

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विपक्ष के इस जोरदार हमले से स्तब्ध दिख रहे पीएम मोदी ने खुद को संभालने के लिए पलटवार करने की कोशिश की और कहा कि जितना कीचड़ उछालोगे, कमल उतनी ही खिलेगा। पीएम ने कहा कि कष्ट उन लोगों को हो रहा है जिनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है। लेकिन वो साफ करना चाहते हैं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई कमजोर नहीं पड़ेगी। हमारी सरकार वो सरकार नहीं है जो सिर्फ योजनाएं बनाती है बल्कि जमीन पर उसे उतारती भी है। लेकिन इन सबके बावजूद उनके भाषण की शुरूआत से लेकर अंत तक ‘मोदी-अडानी भाई-भाई’ के नारे लगते रहे।

पीएम इस दौरान गांधी परिवार पर निजी हमला बोलने से भी नहीं चुके। उन्होंने सदन की परंपराओं का उल्लंघन करते हुए कहा कि, "किसी कार्यक्रम में अगर नेहरूजी के नाम का उल्लेख नहीं हुआ, तो कुछ लोगों के बाल खड़े हो जाते थे। लहू गर्म हो जाता था। मुझे ये समझ नहीं आता कि अगर नेहरू महान थे, तो उनके परिवार का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखता? क्या शर्मिंदगी है नेहरू सरनेम रखने में। इतना बड़ा महान व्यक्ति आपको और आपके परिवार को मंजूर नहीं है... और आप हमारा हिसाब मांगते हो।"