इस व्यक्ति के पिता ने सुप्रीम कोर्ट में लड़ी इंदिरा गांधी से लड़ाई, जयराम रमेश और सिंधिया के बीच छिड़ा ट्विटर वॉर

जयराम रमेश ने सिंधिया के बयान पर सुभद्रा कुमारी चौहान की झांसी की रानी वाली कविता का ज़िक्र किया था, जिस पर सिंधिया ने पंडित नेहरू की किताब विश्व इतिहास की झलकियों का ज़िक्र किया, वहीं पत्रकार सुजाता आनंदन ने सिंधिया परिवार पर गांधी की हत्या में संलिप्त होने का ज़िक्र कर दिया

Publish: Apr 06, 2023, 10:10 AM IST

नई दिल्ली। राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधना केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को महंगा पड़ गया है। इस पूरे घटनाक्रम में ज्योतिरादित्य सिंधिया चौतरफा घिर गए हैं। जयराम रमेश और सिंधिया के बीच छिड़े ट्विटर वॉर में पत्रकार सुजाता आनंदन की भी एंट्री हो गई है और उन्होंने सिंधिया परिवार पर गांधी की हत्या में संलिप्त होने का आरोप लगाया है। 

सुजाता आनंदन की इस टिप्पणी पर जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस व्यक्ति के पिता सुप्रीम कोर्ट में प्रीवी पर्स (रजवाड़ों को दी जाने वाली पेंशन) को समाप्त किए जाने के फैसले के खिलाफ इंदिरा गांधी के विरोध में लड़े थे। जनसंघ के समर्थन से वह निर्दलीय चुनाव जीत गए और उसके बाद कांग्रेस में पलायन कर गए और वहां पर दबंग छवि प्राप्त कर ली। 

जयराम रमेश ने यह प्रतिक्रिया सुजाता आनंदन की उस टिप्पणी पर दी है जिसमें उन्होंने लेट्स किल गांधी के शीर्षक से किताब लिखने वाले तुषार गांधी का हवाला देते हुए बताया है कि कैसे माधवराव सिंधिया के पिता और राजपरिवार ने आरएसएस के साथ मिलकर महात्मा गांधी की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे को पिस्तौल थमाई थी।

सुजाता आनंदन ने कहा है कि इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी और गांधी नेहरू परिवार ने कभी भी ज्योतिरादित्य सिंधिया को नीचा दिखाने की कोशिश नहीं की क्योंकि सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया आजीवन एक सच्चे कांग्रेसी रहे। और नेहरू गांधी परिवार की पहल पर ही उन्होंने अपने लेखन में गांधी हत्या में सिंधिया परिवार की संलिप्तता का ज़िक्र करने के बजाय सिर्फ महाराजाओं की साजिश का ज़िक्र किया और सीधे तौर पर सिंधिया घराने का नाम नहीं लिया। लेकिन यह व्यक्ति राहुल गांधी की दोस्ती और उनकी शिष्टता के काबिल नहीं है और अब यह सही जगह पर है गांधी के हत्यारों की गोद में बैठा हुआ है। 

 इससे पहले बुधवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कांग्रेस को देशद्रोहियों की पार्टी करार दिया था। इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर खुद की लड़ाई को लोकतंत्र की लड़ाई बताने का आरोप भी लगाया था। इस जयराम रमेश ने सुभद्रा कुमारी चौहान की झांसी की रानी वाली कविता का ज़िक्र छेड़ दिया। जयराम रमेश के पलटवार पर सिंधिया ने पंडित नेहरू की किताब विश्व इतिहास की झलकियों का ज़िक्र करते जयराम रमेश को कविता के बजाय इतिहास पढ़ने की सलाह दे डाली।