मणिपुर में CM के प्रोग्राम से पहले भड़की हिंसा, चुराचांदपुर में धारा 144 लागू, इंटरनेट भी बंद

नॉर्थ ईस्ट स्टेट मणिपुर में हिंसा भड़क उठी है। जिससे मणिपुर के चुराचांदपुर में प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है। यहां मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की सभा से एक दिन पहले जमकर आगजनी और तोड़फोड़ हुई।

Updated: Apr 29, 2023, 08:45 AM IST

चुराचांदपुर। भाजपा शासित मणिपुर के हालात बीते कुछ दिनों से ठीक नहीं है। भाजपा विधायकों के लगातार इस्तीफे से सियासी भंवर में फंसे एन बीरेन सिंह सरकार के विरोध में अब आम लोग भी खुलकर सामने आ गए हैं। लोगों के हिंसक विरोध को देखते हुए प्रशासन को धारा-144 लागू करनी पड़ी है, साथ ही इंटरनेट सेवाएं भी सस्पेंड करनी पड़ी है।

मामला मणिपुर के चुराचांदपुर का है। जहां शुक्रवार को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की सभा होनी थी। लेकिन सीएम के प्रोग्राम से पहले बीती रात प्रदर्शनकारियों ने सभा स्थल पर जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह शुक्रवार को चुराचांदपुर जिले के न्यू लमका इलाके में एक जिम और खेल सुविधा केंद्र का उद्घाटन करने वाले थे। इससे पहले ही गुरुवार रात करीब 9 बजे प्रदर्शनकारियों ने सैंकड़ों कुर्सियां तोड़ डालीं और मंच फूंक दिया।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार प्रदर्शन का नेतृत्व स्वदेशी जनजातीय नेताओं का एक मंच कर रहा था। ये लोग भाजपा नेतृत्व वाली मणिपुर सरकार के एक फैसले का विरोध कर रहे हैं। स्वदेशी मंच ट्राइबल लीटर्स फोरम ने आरक्षित और संरक्षित वनों के सर्वेक्षण के खिलाफ बंद विरोध का आह्वान किया है। मंच ने दावा किया कि किसानों और अन्य आदिवासी निवासियों के आरक्षित वन क्षेत्रों को खाली करने के लिए चल रहे बेदखली अभियान चलाया जा रहा है, साथ ही अवैध तरीके से तीन गिरिजाघरों को ध्वस्त किया गया। बार-बार ज्ञापन सौंपने के बावजूद सरकार ने लोगों की दुर्दशा को दूर करने पर कोई ध्यान नहीं दे रही है।

फोरम में एक बयान में कहा कि उसे सरकार और सरकारी कार्यक्रमों के साथ असहयोग अभियान चलाने के लिए मजबूर किया गया है। प्रदर्शन के दौरान सुरक्षाबलों और स्थानीय लोगों के बीच झड़प की स्थिति भी देखने को मिली। सुरक्षाबलों ने जमकर आंसू गैस के गोले दागे। घटना को लेकर सीएम एन बीरेन सिंह ने अजीबोगरीब बयान देते हुए कहा कि अज्ञात बदमाशों द्वारा शरारत करना एक सामान्य बात है क्योंकि बदमाश हर जगह हैं।

मामले पर कांग्रेस ने केंद्र और राज्य सरकार की तीखी आलोचना की है। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि जहां पूरी टीम मोदी कर्नाटक में जुटी हुई है, वहीं मणिपुर में भाजपा को निर्णायक बहुमत मिलने के एक साल बाद ही चुराचांदपुर वॉर जोन (युद्ध क्षेत्र) में तब्दील हो चुका है। वहां डबल इंजन उड़ रहा है। लेकिन न तो केंद्र सरकार और न ही राष्ट्रीय मीडिया को इसकी परवाह है।